tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post2545730871729690830..comments2023-09-26T14:31:38.797+05:30Comments on बाल-उद्यान: आप कितने बुद्धिमान हैं ?( मनु जी ने दिया ग़लत उत्तर )गिरिराज जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-19628035803228741102009-01-23T22:55:00.000+05:302009-01-23T22:55:00.000+05:30मनु जी.. कम्पीटिशन तो बनता है...:-)वैसे आप शेरो शा...मनु जी.. कम्पीटिशन तो बनता है...:-)<BR/>वैसे आप शेरो शायरी और कार्टून बनाना जारी रखें... उसमें जो मजा है वो लम्बे लम्बे वाक्यों में नहीं....तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-14401741098416477262009-01-22T22:02:00.000+05:302009-01-22T22:02:00.000+05:30रथ विहीन हैं सारथी,शैल रहित शैलेश.शोभा की शोभा अमि...रथ विहीन हैं सारथी,<BR/>शैल रहित शैलेश.<BR/>शोभा की शोभा अमित, <BR/>नीलम हैं रत्नेश.<BR/>सूझहीन की सहेली,<BR/>बनी पहेली आज.<BR/>बूझा सबने, पर मिला,<BR/>नासमझी को ताज.<BR/>तपन सपन देखे- करे <BR/>मनु उनको साकार. <BR/>हा..हा..बिन साहिल मचे <BR/>जग में हाहाकार. <BR/>रचना रच ना फ़िर कोई,<BR/>सीमा हो निस्सीम.<BR/>हा..हां. ही..ही..संग करें <BR/>सबसे राम-रहीम.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-83535431240747002662009-01-22T18:11:00.000+05:302009-01-22T18:11:00.000+05:30मनु जी ,आप की शायरी की फैक्ट्री किस ने बंद करवा दी...मनु जी ,<BR/>आप की शायरी की फैक्ट्री किस ने बंद करवा दी ?कुछ समझ में आया नही <BR/>आप लखनऊ के हो या चेन्नई के हम सब सबसे पहले भारतवासी हैं ,शैलेश जी को छोड़कर ,हा हा हा |<BR/><BR/>शोभा जी ,सीमा जी,रचना जी तथा सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद के साथ सूचित किया जाता है ,कि टोपी वाले कार्टून से ,माफ़ कीजियेगा कार्टूनिस्ट से जरा बच के रहिएगा देखिये ,सब को घुमा दिया हैneelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-51320032547712073542009-01-22T17:07:00.000+05:302009-01-22T17:07:00.000+05:30आचार्य को प्रणाम ,तपन जी को बधाई ,आचार्य को बधाई इ...आचार्य को प्रणाम ,<BR/>तपन जी को बधाई ,<BR/>आचार्य को बधाई इसलिए नहीं के वो सर्व ज्ञाता हैं...उन्हें नहीं मालूम होगा तो किसे मालूम होगा...?<BR/>और आप आजकल कुछ ज्यादा ही " रोचक" नहीं बना रहीं ......?<BR/>आपने रचना जी और तपन जी के साथ मिलकर एक तो मेरी शायरी वाली फैक्ट्री बंद करवा दी,और जब से मैंने इमानदारी के साथ आपको बताया है के मैं लखनऊ का नहीं दिल्ली का हूँ..........तब से तो आप बस.....<BR/>खैर बड़ा ही अच्छा लगा हार कर.....जीतने से भी अच्छा....जैसे पहले वाली भोजपुरी कविता पर एक खुशनुमा मॉहौल बन गया था....वो ही हंसी खुशी तो इस तनाव भरे जीवन से कुछ राहत दिलाती है..कभी कभी ऐसी किसी रचना पर टिपण्णी कर तो देते हैं ...पर वो बात नहीं होती के सब लोग एक परिवार की तरह से खुल कर ठहाके लगा सकें........manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-67881815990925036362009-01-22T16:21:00.000+05:302009-01-22T16:21:00.000+05:30hahahahahaa........to sajiv ji aur tapan bhai,aakh...hahahahahaa........<BR/>to sajiv ji aur tapan bhai,aakhirkaar aap panchavi pas ho hi gaye,rah gaye bechare manu ji.koi nahin next chance..<BR/>ALOK SINGH "SAHIL"आलोक साहिलhttps://www.blogger.com/profile/07273857599206518431noreply@blogger.com