tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post3402449253450543792..comments2023-09-26T14:31:38.797+05:30Comments on बाल-उद्यान: दीदी की पाती ....गिरिराज जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-39969232918822395892007-10-16T14:54:00.000+05:302007-10-16T14:54:00.000+05:30रंजना जी,वाह .....वाह....बहुत रोचक........... बच्च...रंजना जी,<BR/><BR/><BR/>वाह .....वाह....<BR/><BR/>बहुत रोचक........... <BR/>बच्चो के ही नही बड़ो के काम की भी है<BR/>अच्छी जानकारी के लिये ..........<BR/><BR/>बधाई।गीता पंडितhttps://www.blogger.com/profile/17911453195392486063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-85020008507033149412007-10-09T10:40:00.000+05:302007-10-09T10:40:00.000+05:30रंजना जी,अपनी इस मेहनत को कुच स्कूल वालों को भी दि...रंजना जी,<BR/><BR/>अपनी इस मेहनत को कुच स्कूल वालों को भी दिखायें, बच्चों को बहुत लाभ होगा। बाल-उद्यान का इससे बढ़िया स्तम्भ नहीं है कोई। धीरे-धीरे यह और समृद्ध हो जायेगा।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-9037694443050979332007-10-08T11:48:00.000+05:302007-10-08T11:48:00.000+05:30वाह बहुत ही रोचक है बच्चो को ही नही बड़ो के काम की ...वाह बहुत ही रोचक है बच्चो को ही नही बड़ो के काम की भी है यह पोस्ट...आपका लिखने का तरीका तो हमको बच्चा ही बना देगा...<BR/><BR/>सुनीता(शानू)सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-56982154345162107602007-10-04T22:12:00.000+05:302007-10-04T22:12:00.000+05:30रंजना जी,नमस्कार आपकी चिठ्ठी क्षमा करें पाती हर ब...रंजना जी,<BR/><BR/>नमस्कार <BR/> आपकी चिठ्ठी क्षमा करें पाती हर बार की तरह इस बार भी बहुत ही रोचक जानकारी लेकर आयी। वह भी दूरबीन के बारे में। वाह ! फिर क्या था मैंने भी निकाली अपनी दूरबीन और कैमरा और चल पड़ा अपने घर की छत पर और बच्चो मालुम मैंने क्या किया शुक्र तथा चन्द्र (वीनस और मून) के मिलन की सदियों मे होने वाले मिलन की फोटो ले डाली। अब आप लोगों को कैसे दिखाऊं ... अभी तो एक रास्ता है मेरे साथ कहानी कलश पर आओ और सुरूचि सुस्रष्टा लघु कथा के नीचे वाला चित्र देखो पहचानो। यह वही शुक्र तथा चन्द्र (वीनस और मून) के मिलन की सदियों मे होने वाले मिलन की फोटो है । <BR/>बच्चो तब तक रंजना दीदी को धन्यवाद देते हुये पूछते हैं मेरे पास ढेरों फोटो हैं उन्हें कहां भेजें <BR/>रजना जी को बधाई सहित <BR/>सारे भैया बहनों को प्यार <BR/>श्रीकान्त मिश्र 'कान्त'Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09417713009963981665noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-70253268782814732782007-10-04T15:44:00.000+05:302007-10-04T15:44:00.000+05:30रंजना जीदीदी की पाती में आप बहुत ही उपयोगी जानकारी...रंजना जी<BR/>दीदी की पाती में आप बहुत ही उपयोगी जानकारी दे रही हैं । बच्चों को ही नहीं बड़ो को भी भा रही हैं । <BR/>आपकी लगन को प्रणाम ।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-3707501398616349922007-10-04T13:43:00.000+05:302007-10-04T13:43:00.000+05:30रंजना जी,मैं समझ सकता हूं आपने यह लेख लिखने के लिय...रंजना जी,<BR/><BR/>मैं समझ सकता हूं आपने यह लेख लिखने के लिये कितनी मेहनत की होगी... परन्तु जो जानकारी आपने दी है वह अमुल्य है.....<BR/>अगली कडी का इन्तजार रहेगाMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-19087869788107846582007-10-04T12:58:00.000+05:302007-10-04T12:58:00.000+05:30आपने एक रोचक घटना को रूचिकर स्वरूप में प्रस्तुत कि...आपने एक रोचक घटना को रूचिकर स्वरूप में प्रस्तुत किया है। आशा है आगे भी आप इसी प्रकार रोचक जानकारियों को सचित्र रूप में प्रस्तुत करती रहेंगी। बधाई।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-9276673360386415512007-10-04T12:45:00.000+05:302007-10-04T12:45:00.000+05:30रंजना जी!आपका स्तम्भ सचमुच बाल-उद्यान का बहुत अच्छ...रंजना जी!<BR/>आपका स्तम्भ सचमुच बाल-उद्यान का बहुत अच्छा और आकर्षक पहलू है. पुनश्च: बधाई!SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-29234004182060884262007-10-04T12:15:00.000+05:302007-10-04T12:15:00.000+05:30रंजना जी,बाल-उद्यान का यह सबसे ज्ञानवर्धक और आकर्ष...रंजना जी,<BR/><BR/><BR/>बाल-उद्यान का यह सबसे ज्ञानवर्धक और आकर्षक स्तंभ है। इस स्तंभ के माध्यम से जो भी जानकारियाँ आपने प्रदान की हैं वे संग्रहणीय तो हैं ही रोचक भी हैं। आप आने वाली पीढी के लिये वह सामग्री तैयार कर रहीं हैं किसके लिये आपका आभारी हुआ जा सकेगा।<BR/><BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-2350520054015758312007-10-04T12:07:00.000+05:302007-10-04T12:07:00.000+05:30नमस्कार रंजना जी,बहुत ही रोचक व ज्ञानवर्धक जानकार...नमस्कार रंजना जी,<BR/><BR/>बहुत ही रोचक व ज्ञानवर्धक जानकारी आपके पिटारे से मिली <BR/>बच्चे ही नहीं वरन बड़े भी लाभांवित होंगे.<BR/>ऐसी दुर्लभ जानकारियों के लिये हर्दिक बधाई..भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-18685828910142540702007-10-04T11:24:00.000+05:302007-10-04T11:24:00.000+05:30रंजना जी,दीदी की पाती की श्रिखला मे एक और अच्छी जा...रंजना जी,<BR/>दीदी की पाती की श्रिखला मे एक और अच्छी जानकारी के लिये बधाई।<BR/>बहुत अच्छी जानकारी... बच्चो के लिये बहुत ज्ञानप्रद है।अभिषेक सागरhttps://www.blogger.com/profile/02262214864547622776noreply@blogger.com