tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post4705682742385726687..comments2023-09-26T14:31:38.797+05:30Comments on बाल-उद्यान: राजा की वज़ीर-2गिरिराज जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-38707994302367952922009-09-25T16:59:45.219+05:302009-09-25T16:59:45.219+05:30कहानी का यह भाग भी उतना ही मज़ेदार था जितना की पिछल...कहानी का यह भाग भी उतना ही मज़ेदार था जितना की पिछला भाग. और अगले भाग के लिए उत्सुकता बनी हुई. है. इंतज़ार रहेगा.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-1508553804713514692009-09-24T12:28:12.243+05:302009-09-24T12:28:12.243+05:30हाँ मुझे भी यही लगता है की वही राजा की वजीर होनी च...हाँ मुझे भी यही लगता है की वही राजा की वजीर होनी चाहिए....आगे देखते है क्या होता है??neeti sagarnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-6299018886352593802009-09-23T16:24:07.378+05:302009-09-23T16:24:07.378+05:30राजा को पानी पिलाने वाली होशियार औरत से सीख मिली ...राजा को पानी पिलाने वाली होशियार औरत से सीख मिली कि वस्तु की जितनी आवश्यकता है ,उतना ही हमें प्रयोग करना चाहिए .<br />कहानी से यही लगता है कि शायद वही औरत राजा की वजीर होगी . उत्सुकता बनी हुयी है .अगले भाग का इन्तजार है ......Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.com