tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post5511095568469683388..comments2023-09-26T14:31:38.797+05:30Comments on बाल-उद्यान: बच्चे और तुकबंदी..गिरिराज जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-11886965527676247362007-08-18T10:58:00.000+05:302007-08-18T10:58:00.000+05:30कुहू की तुकबंदी बहुत अच्छीकुहू है बहुत प्यारी बच्च...कुहू की तुकबंदी बहुत अच्छी<BR/>कुहू है बहुत प्यारी बच्ची:):)<BR/><BR/>बहुत सुदंर कुहु भी और उसकी तुकबंदी भी:)<BR/>कुहू को मेरा बहुत सा प्यार ।रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-34101133343533758332007-08-17T19:26:00.000+05:302007-08-17T19:26:00.000+05:30बहुत बहुत बधाई कुहू को एवं ढ़ेरों शुभकामनायें.राजीव...बहुत बहुत बधाई कुहू को एवं ढ़ेरों शुभकामनायें.राजीव जी आपको भी बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-55860274422340376622007-08-17T17:29:00.000+05:302007-08-17T17:29:00.000+05:30कुहू और कुहू की कविता दोनो पसंद आयी।कुहू और कुहू की कविता दोनो पसंद आयी।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-41808534979251656282007-08-17T16:22:00.000+05:302007-08-17T16:22:00.000+05:30कवयित्री कुहू को मेरा बहुत सा प्यार ।अच्छी शुरूवात...कवयित्री कुहू को मेरा बहुत सा प्यार ।<BR/>अच्छी शुरूवात है । राजीव जी बच्चों में बहुत<BR/>प्रतिभा होती है। आवश्यकता बस उसे पहचानने की<BR/>और उचित अवसर प्रदान करने की है । आपने ऐसा<BR/>किया , आप निश्चय ही प्रशंसा एवं बधाई के अधिकारी हैं ।<BR/>बहुत -बहुत बधाई ,शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-31585374370326064962007-08-17T13:57:00.000+05:302007-08-17T13:57:00.000+05:30पहली बार "बाल उद्यान" देखा, अतीव प्रसन्नता हुयी। ब...पहली बार "बाल उद्यान" देखा, अतीव प्रसन्नता हुयी। बधाई स्वीकारें। मैं भी बाल साहित्यकार हूं। अब तक 53 किताबें छप चुकी हैं। यदि अपनी रचनाएं यहां पर देना चाहूं, तो क्या करना होगा। मेरा ईमेल पता है- zakirlko@gmail.comDr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-50689890055784412522007-08-17T13:43:00.000+05:302007-08-17T13:43:00.000+05:30आप सही कह रहे हैं राजीव जी कि बच्चे स्वाभाविक कवि ...आप सही कह रहे हैं राजीव जी कि बच्चे स्वाभाविक कवि होते हैं। कुहू की कविता उसके नाम के अनुरूप ही मीठी है।अभिषेक सागरhttps://www.blogger.com/profile/02262214864547622776noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-83728957656947456482007-08-17T12:55:00.000+05:302007-08-17T12:55:00.000+05:30ठिक कहते हैं राजीव जी आप, बच्चो मे प्रत्येक कला के...ठिक कहते हैं राजीव जी आप, बच्चो मे प्रत्येक कला के बिज होते है और उनको विकसीत करने की आव्शयक्ता मात्र होती है , आप हमारे लिये एक और प्रतिभाशाली कवि का निर्माण कर रहें है , धन्यवाद |ऋषिकेश खोडके रुहhttps://www.blogger.com/profile/02023640875553892135noreply@blogger.com