tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post7678292913352499282..comments2023-09-26T14:31:38.797+05:30Comments on बाल-उद्यान: दीदी की पाती ....गिरिराज जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-11289283340388067472007-09-06T20:21:00.000+05:302007-09-06T20:21:00.000+05:30वाह!मज़ा आ गया। निश्चय ही बच्चे अपनी दीदी से मिलकर ...वाह!<BR/><BR/>मज़ा आ गया। निश्चय ही बच्चे अपनी दीदी से मिलकर खिल उठेंगे। आपने बहुत ही खूबसूरत स्तम्भ शूरू किया है, इसे जारी रखिये।<BR/><BR/>और हाँ, आपके इस खूबसूरत स्तम्भ को बच्चे निश्चय ही बेहत पसंद करेंगे एवं एक दिन दीदी के नाम बच्चों की ढ़ेर सारी पात्तियाँ भी आयेंगी।<BR/><BR/>बहुत-बहुत बधाई!!!गिरिराज जोशीhttps://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-50887452873228862022007-09-06T17:51:00.000+05:302007-09-06T17:51:00.000+05:30रंजना जीबहुत अच्छी शुरूवात की है । मैं भी सोच रही ...रंजना जी<BR/>बहुत अच्छी शुरूवात की है । मैं भी सोच रही थी कि बच्चों के लिए कुछ रोचक और<BR/>ग्यान वर्धक हो । आपने मेरे दिल की बात सुन ली । बधाई स्वीकार करें ।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-41878122931118341582007-09-06T16:46:00.000+05:302007-09-06T16:46:00.000+05:30रजना जी!विलंबित बधाई स्वीकार करें.रजना जी!<BR/>विलंबित बधाई स्वीकार करें.SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-27418763020131590102007-09-06T11:28:00.000+05:302007-09-06T11:28:00.000+05:30रंजना जीसबसे पहले धन्यवाद आपके इस ज्ञानवधॅक जानकार...रंजना जी<BR/>सबसे पहले धन्यवाद आपके इस ज्ञानवधॅक जानकारी के लिये।<BR/>बच्चो के लिये यह बहुत अच्छी स्तभ: है।<BR/>बधाई।अभिषेक सागरhttps://www.blogger.com/profile/02262214864547622776noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-60123481016391479672007-09-05T14:28:00.000+05:302007-09-05T14:28:00.000+05:30चिट्ठी के महत्व को बताती अच्छी और रोचक जानकारी है।...चिट्ठी के महत्व को बताती अच्छी और रोचक जानकारी है। आशा है आगे भी आपके द्वारा नए नए विषयों पर जानकारी मिलती रहेगी।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-43199984088175992012007-09-05T06:16:00.000+05:302007-09-05T06:16:00.000+05:30बहुत बढ़िया स्तंभ. आपको इस सुन्दर शिक्षाप्रद वार्ता...बहुत बढ़िया स्तंभ. आपको इस सुन्दर शिक्षाप्रद वार्ता के लिये बधाई और साधुवाद.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-20686249923117733072007-09-05T01:27:00.000+05:302007-09-05T01:27:00.000+05:30बहुत सुंदर पाती लिखी है रंजना जी आपने। एक शिक्षाप्...बहुत सुंदर पाती लिखी है रंजना जी आपने। एक शिक्षाप्रद स्तंभ शुरू करने के लिए बधाई।विश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-3121961501097366302007-09-04T21:15:00.000+05:302007-09-04T21:15:00.000+05:30रंजना जी बाल-उद्यान पर आपकी पाती नन्हें मुन...रंजना जी <BR/> बाल-उद्यान पर आपकी पाती नन्हें मुन्ने प्यारे बच्चों का आने वाले दिनों में संभवतः बहु प्रतीक्षित स्तंभ बनेगा ऐसा प्रतीत होता है.<BR/> शाहजहांपुर में कुछ दिनों तक सरस्वती शिशु मंदिर में आचार्य के रूप में कार्य करने का अवसर मिला था. उससे पूवॅ कालेज से आते जाते अपने प्यारे भैया बहनों को प्रायः देखा करता था. बाल-उद्यान पर आकर वही प्रसन्नता मिली. <BR/> सभी बच्चों को ठेर सारे प्यार सहित <BR/> आप सबका <BR/> श्रीकान्त मिश्र 'कान्त'Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09417713009963981665noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-80458400245784787892007-09-04T21:11:00.000+05:302007-09-04T21:11:00.000+05:30वाह मजा आ गया मै भी अपनी दीदी को पाती लिखूँगी...हा...वाह मजा आ गया मै भी अपनी दीदी को पाती लिखूँगी...हाँ देख लेना...क्या छुनन छुनन पाली पाली दीदी है मेली पाती का जवाब जलूल जलूल छे देना....<BR/><BR/>वाकई हम भी बच्चे बन गये अच्छा लगा आपका यह प्रयास<BR/><BR/>सुनीता(शानू)सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-65642280337497061062007-09-04T18:18:00.000+05:302007-09-04T18:18:00.000+05:30रंजना जी,आपने बाल-उद्यान पर यह स्तम्भ शुरू करके बह...रंजना जी,<BR/><BR/>आपने बाल-उद्यान पर यह स्तम्भ शुरू करके बहुत अच्छा किया। इसमें आपके सीखाने का तरीका बहुत प्रभावी है। पिछले साल तक मैं भी पत्र खूब लिखा था। एक बार के लिए मैं भी उनमें कहीं खो गया।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-82256593517921495982007-09-04T17:06:00.000+05:302007-09-04T17:06:00.000+05:30वाह रंजना जी,यह वाकई बहुत अच्छा स्तंभ हो सकता है ब...वाह रंजना जी,<BR/><BR/>यह वाकई बहुत अच्छा स्तंभ हो सकता है बाल उद्यान पर। जानकारे तो आपने अच्छी प्रदान की ही है साथ ही जो चित्र लगाये हैं वे लाजवाब हैं।<BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-35329149639061312512007-09-04T12:19:00.000+05:302007-09-04T12:19:00.000+05:30हम भी बालक बनकर ही पढ़ते रहे…।हम भी बालक बनकर ही पढ़ते रहे…।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-86071075557889944342007-09-04T10:51:00.000+05:302007-09-04T10:51:00.000+05:30बहुर अच्छा आरंभ है रंजना जी। इस खूबसूरत और शिक्षाप...बहुर अच्छा आरंभ है रंजना जी। इस खूबसूरत और शिक्षाप्रद प्रयास के लिए हार्दिक शुभ-कामनाएँ।गौरव सोलंकीhttps://www.blogger.com/profile/12475237221265153293noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5591617615187263525.post-48956882347295909942007-09-04T09:36:00.000+05:302007-09-04T09:36:00.000+05:30अच्छा स्तंभ है।अच्छा स्तंभ है।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.com