दीदी की पाती वर्ग पहली कैसे बनी ?
नमस्ते है सबको | जब आप सब पढ़ाई से बोर हो जाते हैं तो क्या खेलते हैं ? या क्या करते हैं ? कुछ लोग कोई खेल खेलते होंगे कुछ नई नई कहानी की किताब पढ़ते होंगे और कुछ लोग सुलझाते होंगे वर्ग पहेली ..| आप जानते हैं वर्ग पहली कैसे बनी ? पहले वर्ग पहेली कविताओं या प्रश्न उत्तर में होती थी पर आज सबसे ज्यादा जो लोक प्रिय है वह है शब्द पहेली .सुडोक आदि इसी पहेली नया रूप हैं | वर्ग पहेली यानी क्रॉस वर्ड का इतिहास ज्यादा पुराना नही है | खेलों में एक खेल शतरंज होता है | उस में खाने बने होते हैं ,जिस में बादशाह .वजीर फिट करने होते हैं | वर्ग पहेली में कुछ वर्ग होते हैं | इन में अक्षर लिख कर दायें बाएँ ऊपर नीचे से शब्द बनाने होते हैं | इस के लिए कुछ हिंट भी दिए जाते हैं |
आज तो हर भाषा के पत्र पत्रिकाओं में वर्ग पहेली बनी होती है पर सबसे पहले जानते हैं यह कहाँ शुरू हुई ? यह सबसे पहले सन १९१३ में न्यूयार्क वर्ल्ड के रविवारीय अंक में प्रकाशित की गई | सबसे पहले वर्ग पहेली को आथर विन ने बनाया था |
सन १९२४ तक यह कई अखबारों का जरुरी हिस्सा बन गई और फ़िर इस पर पूरी एक किताब छापी गई |
आज तो यह एक क्रेज बन चुका है |बहुत से ऐसे पाठक हैं जो अखबार आने पर सबसे पहले वर्ग पहेली देखते हैं और वर्ग पहेली पूरा करके ही अखबार पढ़ते हैं |वहीँ कुछ लोग इसको समय की बर्बादी भी मानते हैं | पर मेरे ख्याल से यह शब्द ज्ञान और नए शब्दों की जानकारी का एक मजेदार खेल है ..जिस से अपनी शब्द शक्ति को बढाया जा सकता है | आप क्या कहते हैं | चलिए आप इस वर्ग पहेली को की कहानी को पढ़े और जल्दी से कोई वर्ग पहेली को सुलझाएं तब तक मैं आपके लिए नई जानकारी तलाश करती हूँ
अपना ध्यान रखे
आपकी दीदी
रंजू
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4 पाठकों का कहना है :
वाह रंजू दीदी अच्छी जानकारी दी वर्ग पहेली के बारे में
Is baar ki jaankari wakai bahut rochak hai.
nice! Ranju ji..
Shailesh ji..can you give me some references for samkaaleen sahitya..
once you commented..
बेहतरीन,बहुत ही रोचक जानकारी रंजू जी
आलोक सिंह "साहिल"
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