आप कितने बुद्धिमान हैं ?
आप कितने बुद्धिमान हैं ?
१) गोल मटोल पर न लुढ़कू ,
रहूँ जमीन पर लोटा ,
इतना पर जो न समझे ,
वो है अक्ल का मोटा
२)नीचे उजली ऊपर हरी ,
खड़ी खेत में उलटी परी
३)एक किले में चालीस चोर ,
सबका है मुहँ काला ,
पूँछ पकड़ रगड़ लगाओ
झट कर दे उजियाला
४)छिप देखी अमीन ने ,
छोटी सी वो कली
छत दीवार पर पलती
मारे को धीरे चली
५) घटत बढ़त का चक्र है ,
रूप है अति सलोना
ऐसे आँगन में खेलत
है नाही है जिसका कोना
आप सभी को जवाब देने हैं ,ग़लत उत्तर देने वाला भी बुद्धिमान घोषित किया जायेगा ,जो कोई भी उत्तर नही देगा ,वो
ख़ुद ही समझ जाए कि वो क्या है ?
बहुत सरल है ,कोशिश तो करो भी ।
 

-YAMINI.gif) आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं। क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं। बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ।
बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ। क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों? अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए। तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया। आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में। एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं। पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।


 बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
 
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12 पाठकों का कहना है :
अकल यूँ तो काफ़ी मोटी है ..पर कोशिश करता हूँ..
(!)....शायद ...............लोटा
(२)...शायद ..............मूली
(३)...पक्का ..............माचिस ही है
(४)....छिपकली
(५)....घड़ी
नीलम जी बहुत अच्छी पहेलियाँ हैं। जवाब नहीं दूँगी। क्या पता गलत हों ः)
my friend give correct answer her name neetu.
NEELAM ji,bahut sundar prayas,par main jawab dene ka prayas nahin karunga kyonki shobha ji wali hi samsya idhar bhi .
hahahahaha....
ALOK SINGH "SAHIL"
1) pata nahi...
2) mooli
3) maachis
4) chipkali
5) ghari
बहुत अच्छी पहेलियाँ नीलम जी | हम बहुत देरी से पहुंचे अब आपकी इच्छा हमें जो भी समझे
वैसे शोभा जी और आलोक जी ने तो जैसे मेरी समस्या भी व्यक्त कर दी है
sabse pahle maine RISK liya.....
fir bhi pataa naheen sab kyoon ghabraa rahe hain...?
manu
नीलम जी
लिखने में थोडी देर हो गई उत्तर तो मनु जी और अमित जी ने पूरा देही दिया है क्या कहूँ अब .घड़ी छोड़ बाकि आते थे ,थोडी बुद्धि कम है न
आगे भी और पहेलियाँ लिखियेगा .बहुत मजा आया पढ़ के
रचना
1. लोटा
2. मूली
3. माचिस
4. छिपकली
5. घड़ी
पाँचवें का तो उत्तर "चाँद" है क्यों सबने दिया है घड़ी
बाकि चार जगहों पर लोटा, मूली, माचिस और छिपकली हैं खड़ी..
नीलम जी.. कहिये मैं सही हूँ... :-) ५ में से ५ अंक
लोटा ले लोटा मगर, मूली मिली न एक.
माचिस लाई छिपकली, चन्द्र-कलाएँ देख.
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