कृष्ण जन्म की कहानी एक कविता के माध्यम से
जय श्री कृष्ण
प्यारे बच्चो ,
आज श्री कृष्ण जन्म दिवस है |सर्व-प्रथम तो आप सब को श्री कृष्ण
जन्माष्टमी की बधाई और ढेरो शुभकामनाएँ | आज मै आपके लिए
लेकर आई हूँ श्री कृष्ण जन्म की कहानी एक कविता के माध्यम से |
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आओ बच्चो मेरे पास
भर कर मन मे अटल विश्वास
श्री कृष्ण के जन्मदिवस पर
आज सुनो कुछ बाते खास
कन्स देवकी का था भाई
बजा रहा उसकी शहनाई
वासुदेव सन्ग ब्याह रचाया
मन ही मन मे बहुत मुस्काया
बहन को खुशी से दी विदाई
इतने मे आवाज इक आई
जिसके लिए प्रसन्न तुम आज
उसका सुत तेरा होगा काल
सुन कर कन्स के उड गए होश
भर गया था तम मन मे जोश
तान ली बहना पर तलवार
जैसे ही करने लगा वो वार
वासुदेव ने पकडे पैर
दो इसके प्राणो की खैर
ले लेना इसकी सन्तान
किन्तु बख्श दो इसकी जान
दोनो को ही दे दी जेल
देखो कुदरत का यह खेल
सात सुतो की ले ली जान
कन्स के सिर बोले अभिमान
आठवाँ सुत श्री कृष्ण हुआ जब
खुली जेल और सो गए सब
अन्धियारी काली थी रात
ऊपर से हो रही बरसात
सूप मे कान्हा को लेकर
वासुदेव रुका गोकुल जाकर
नन्द की कन्या को ले आया
कान्हा जसुदा को दे आया
हुई न जरा सी भी हलचल
कान्हा अब जसुमति के आँचल
गोकुल मे ही बीता बचपन
मोह लेता था वो सबका मन
माखन दधि चुरा कर खाता
ब्रज गोपियो को बहुत चिढाता
बन्सी बजा गायो को बुलाता
यमुना तट पर रास रचाता
कन्स ने जान लिया यह राज
कान्हा ही है उसका काल
कान्हा को मथुरा बुलवाया
कन्स ने यज्ञ करवाया
बुला लिया अपना ही काल
देखो कुदरत का कमाल
युद्ध हुआ वहाँ पर घमासान
ले लिए जिसने कन्स के प्राण
मथुरा का राजा बना कृष्ण
खुश हुआ मधुपुरी का हर जन
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बच्चो तुमने सुनी कहानी
कथा कृष्ण की जानी मानी
करते जो झूठा अभिमान
बखशे नही उसको भग्वान
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श्री कृष्ण जन्म-दिवस की सब को हार्दिक बधाई |
--सीमा सचदेव

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3 पाठकों का कहना है :
कृष्ण की कहानी इतने सुंदर ढंग से कविता में पिरोने का काम सिर्फ़ वही कर सकता है ,जो बच्चों से बेहद प्यार करता हो ,बेहद प्रशंसनीय |
शुभकामनाएं
aapki baat niraali hai..
बहुत सुन्दर ढंग से आपने यह कहानी कह सुनायी। बधाई।
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