Monday, December 1, 2008

मै बड़ा या इन्द्र

एक सुबह अकबर और बीरबल बगीचे में घुमने निकले। घूमते हुए वे स्वर्ग-नर्क की बातें कर रहे थे, बातों ही बातों में स्वर्ग के राजा इन्द्र की बात चल पड़ी।
अकबर ने सोचा, 'इन्द्र कैसा होगा? वह बड़ा राजा होगा या छोटा?'
उन्होंने बीरबल से पूछा,"बीरबल! राजा इन्द्र बड़ा है या मैं? जो सही बात हो वही कहना"
बीरबल उलझन में पड़ गए उन्होंने सोचा, 'यदि मै इन्द्र को बड़ा कहूँगा तो बादशाह नाराज हो जायेंगे यदि मैं बादशाह को बड़ा कहूँगा, तो वह प्रमाण मांगेंगे। मैं प्रमाण कहाँ से लाऊँगा?'
बीरबल कुछ नहीं बोले। बादशाह अकबर ने उन्हें खामोश देखा तो जिद करने लगे। उन्होंने सोचा कि शायद बीरबल के पास इस बात का कोई उत्तर नहीं है।
"बीरबल, कुछ भी करो, मुझे इस प्रश्न का उत्तर इसी वक़्त चाहिए"
"जहाँपनाह! इन्द्र का और आपका क्या मुकाबला? आप आप हैं, इन्द्र-इन्द्र हैं"
"नहीं-नहीं हमें यह गोलमोल जवाब नहीं चाहिए। हमें साफ़-साफ़ बताओ कि मैं बड़ा हूँ या इन्द्र"
बीरबल ने एक गहरी साँस ली फिर बोले, "जहाँपनाह, इन्द्र से बड़े आप हैं"
बादशाह मन ही मन बहुत खुश हुए, लेकिन इतनी सरलता से बीरबल को छुटकारा भला कहाँ मिलनेवाला था।
वही हुआ जैसा बीरबल ने सोचा था, बादशाह बोले -" तुम मुझे इन्द्र से बड़ा कहते हो, इसका कोई प्रमाण है तुम्हारे पास?"
बीरबल को तो मालूम ही था कि बादशाह प्रमाण मांगेंगे, अत: उन्होंने उत्तर दिया, "जब ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना की तब उन्होंने दो पुतले बनाए थे एक आपका और एक इन्द्र का दोनों को उन्होंने तराजू के एक-एक पलडे में रखा आप बड़े थे, इसलिए वजन में भारी थे, आपका पलड़ा नीचे आ गया ब्रह्मा जी ने आपको यहाँ अर्थात् पृत्वी का राज्य दे दिया इन्द्र छोटे थे, इसलिए वजन में हलके थे, उनका पलड़ा ऊपर उठ गया इसलिए ब्रह्मा जी ने ही उस समय प्रमाणित कर दिया था कि आप ही बड़े हैं"
बीरबल का जवाब सुनकर अकबर हँसने लगे उन्होंने कहा, "वाह बीरबल वाह! तुम्हारी बराबरी कोई नहीं कर सकता"
बीरबल मुस्कुरा कर रह गए

--नीलम मिश्रा


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3 पाठकों का कहना है :

शोभा का कहना है कि -

हा हा हा बीरबल का जबाव नहीं। उनकी बुद्धिमत्ता का लोहा मानना ही पड़ेगा। बहुत सुन्दर।

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

बीरबल की बात ही निराली थी।

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

जिसका हो गया पड़ला भारी
उसको दे दी धरती सारी
जो वजन में निकले हलके
राज करेंगे स्वर्ग मे चलके

क्या बात है जवाब नही बीरबल का

नीलम जी साधूवाद...
अच्छी अच्छी कहानियाँ सुना रही हैं आप..

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