29 नवम्बर 2008 को एस.बी.ओ. ए. स्कूल में आयोजित प्रदर्शनी की कुछ झाँकियाँ
मुख्याधापिका श्रीमती सुरेखा माने, अर्चना फडके के मार्गदर्शन से आयोजित इस प्रदर्शनी के बारे में ये कहना उचित होगा कि प्री-प्राईमरी स्तर पर बच्चों को जो भी सिखाया जाता है उसी के आधार पर बच्चों द्वारा बनायी गई/रंगाई गई चीजों का प्रदर्शन किया जाता है। जितनी भी गतिविधियाँ होती हैं उन्हें शिक्षिकाएँ विभिन्न आकार देकर आकर्षक बनाती हैं। हिन्द-युग्म की सुनीता यादव इस स्कूल में अध्यापिका है और इस प्रदर्शनी की कुछ झलकियाँ हमें भेजी हैं।
प्रस्तुत है प्रदर्शनी की कुछ झाँकियाँ...






























आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
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4 पाठकों का कहना है :
बहुत प्यारे हैं चित्र....सुनीता जी, आप चुपचाप अच्छा काम किये जाती हैं, ये काबिले-तारीफ है...
सुंदर चित्र...
सुनीता जी..आप इतनी सक्रिय कैसे रहती हैं.. :-)
बाल-चित्रों कि छटा मनोहारी है..
सुनीता जी बहुत बहुत धन्यवाद एवं प्रणाम
विद्यालय के इस कार्यक्रम के जरिये बच्चो के प्रयास सामने लाकर आपने बहुत बढिया काम किया है. जरुरत ये भी है कि बच्चे अपनी रूचि की काम करने की लिए घर और विद्यालय मे खूब प्रोत्साहित किये जाए.
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