गीत/ अमर रहे गणतंत्र हमारा..................
अमर रहे गणतंत्र हमारा
जन-जन का यह नारा है
लहराने दो आज तिरंगा
यह अभिमान हमारा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...... अमर रहे ........
वीर-शहीदों ने जिसको अपने
बलिदानो से सँवारा है
रंग-बिरंगे फूलों से सजा यह
गुलशन कितना प्यारा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...... अमर रहे ........
राम राज्य का सुंदर सपना
यहाँ खुशियों का बसेरा है
हम मतभेदों को दूर भगाएँ
अब आया नया सवेरा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...... अमर रहे ........
नव-युग का निर्माण करें हम
माँ ने हमें पुकारा है
अर्पित तन-मन-प्राण करेंगे
यह संकल्प हमारा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...... अमर रहे ........
देश प्रेम की कसमें खाएँ हम
गणतंत्र एक सहारा है
दसों-दिशा हम विजय करेंगे
यह विश्वास हमारा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...... अमर रहे ........
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हिन्द-युग्म के सभी साथियों, पाठकों व देश के सभी बच्चों को
गणतंत्र दिवस 2008 की शुभकामनाओं सहित .........
डॉ. नंदन ,बचेली , बस्तर (छ.ग.)
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10 पाठकों का कहना है :
यह आवाज बचेली बस्तर से आई है, जहां आदिवासी बेदखली और बंदूक के भय में जीने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. गणतंत्र को कायम रखने और उसे मजबूत रखने के लिए विश्वास और ऊर्जा से भरी ऐसी ही ओजपूर्ण पंक्तियों के सृजन की आवश्यकता है.
राजेश अग्रवाल
cgreports.blogspot.com
अमर रहे गणतंत्र हमारा --सुंदर और ओजपूर्ण रचना।
मेरा भारत महान और सभी भारतीयों को सलाम।
सभी को गणतंत्र दिवस 2008 की शुभकामनाएं
अवनीश तिवारी
राम राज्य का सुंदर सपना
यहाँ खुशियों का बसेरा है
हम मतभेदों को दूर भगाएँ
अब आया नया सवेरा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
सभी को गणतंत्र दिवस 2008 की शुभकामनाएं
Regards
नंदन जी,
भारतीय गणतंत्र दिवस की आपको बहुत-बहुत बधाईयाँ। इस अवसर पर आपने बहुत हीं उपयुक्त रचना प्रस्तुत की है।
दसों-दिशा हम विजय करेंगे
यह विश्वास हमारा है
अमर रहे गणतंत्र हमारा........
अमर रहे...........
-विश्व दीपक 'तन्हा'
बहुत अच्छी कविता .२६ जनवरी के पावन पर्व की बहुत बहुत बधाई !!
नंदन जी इस शुभ अवसर पर
सुंदर गीत प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद.
सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
नन्दन जी,
अवसर पर सुन्दर प्रस्तुति,
अमर रहे गणतंत्र हमारा.....
जय हिन्द ... जय हिन्दी..
नक्सलवादी हिंसा और आतंक के वातावरण में भी देशप्रेम के स्वर गुंजाने के लिए साधुवाद. अच्छी रचना.
अच्छी भावपूर्ण कविता, मन को भायी.
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