प्यारा बचपन -कविता
नमस्कार बच्चो,
बाल-दिवस की बहुत-बहुत बधाई और ढेरों शुभ-कामनाएँ।
आप यह तो जानते ही होंगें कि बाल-दिवस हर वर्ष १४ नवम्बर को मनाया जाता है?
इस दिन हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के प्यारे चाचा जवाहर लाल नेहरु जी का जन्मदिवस होता है, क्योंकि वो बच्चों से बेहद प्यार करते थे इसलिए भारत में उनके जन्मदिन को बाल-दिवस के रूप में मनाया जाता है। पर क्या आपको पता है अन्तर्राष्ट्रीय बाल-दिवस हर साल २० नवम्बर को मनाया जाता है?
बाल-दिवस की पूर्वसंध्या में लाई हूँ आपके लिए एक कविता। पढ़कर बताना कैसी लगी?
प्यारा बचपन
नन्हे-मुन्ने प्यारे-प्यारे
सारी दुनिया से है न्यारे
फूल से सुन्दर कोमल-कोमल
नहीं मैल कोई इनके अन्दर
प्यार से ये सबके हो जाएँ
स्वयं हँसे और सबको हँसाएँ
इनसे ही महके घर-द्वार
सुन्दर सपनों का संसार
लगते कितने भोले-भाले
होते हैं सच्चे दिल वाले
बसता है इनमें भगवान
मासूमियत इनकी पहचान
नहीं किसी से बैर का भाव
नहीं किसी को देते घाव
न कोई चिन्ता न फिक्र
न ही कुछ खोने का डर
साफ स्वच्छ होता है मन
कितना प्यारा है यह बचपन
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5 पाठकों का कहना है :
सीमा जी ,अपना गम ले के कहीं और न जाया जाय ,किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाय ,उसके लिए पहले ख़ुद बच्चा बना जाय ,हा ,हा ,हा हा
कैसा आईडिया है ,बाल दिवस की बधाई बाल उद्यान के हम सभी बच्चों को |
bahut achhi jaankari dee hai. aapka yeh andaz mujhe bahut bhata hai. badhayi sweekaren
आप अच्छा लिखती है इसमे तो दो राय नही .पर ये फोटो भी क्या आप ही लाती है क्यों की आप के लेख के साथ लगे फोटो भी बहुत दिल को भाते हैं
सादर
रचना
आज तो बच्चो का दिन है और बहुत प्यारी लगी आपकी यह कविता ..बहुत सुंदर लिखती हैं आप
अच्छी जानकारी
सुन्दर कविता...
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