हैप्पी न्यू ईयर
आओ हम झूमे नाचे गायें
अहा खुशियाँ खूब मनायें
नयी उमंगें नयी तरंगें
हम नये तराने गायें
हम हैप्पी न्यू ईयर गाये
अहा खुशियाँ खूब मनायें
नयी उमंगें नयी तरंगें
हम नये तराने गायें
हम हैप्पी न्यू ईयर गाये
आओ चिंटू आओ दिशिता
आओ पिंटू आओ इशिता
हम सब दोस्त बन जायें
अहा जी भर मौज उडायेँ
हम हैप्पी न्यू ईयर गायें
नया साल है नयी बात है
तारों की बारात साथ है
जी भर खुशियाँ सैर सपाटा
2007 को कर दो टाटा
हम जी भर खुशी लुटायें
हम हैप्पी न्यू ईयर गाये
सूरज चँदा सबके घर में
रोज उजाला लायें
सर सर सर सर पवन चले तो
जग सुरभित हो जाये
हम प्रेम का दरिया बहायें
हम हैप्पी न्यू ईयर गायें
माता पिता की सेवा करके
ऊँचे उठते जायें
मजबूत इरादे बने रहें तो
हर मुशकिल कट जाये
हम कभी नही घबराऐं
हम हैप्पी न्यू ईयर गायें
- सुषमा गर्ग
01.01.2008
 

-YAMINI.gif) आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं। क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं। बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ।
बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ। क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों? अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए। तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया। आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में। एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं। पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।




 बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
 
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7 पाठकों का कहना है :
सुषमा जी
नव वर्ष पर बहुत अच्छा सन्देश दिया है आपने । नया साल आप सभी के लिए मंगलमय हो यही कामना है । सस्नेह
अच्छी कविता।
नया साल आपको और आपके परिवार को मुबारक हो।
सुषमा जी
बहुत अच्छी कविता और वैसा ही बहुत अच्छा संदेश
सुषमा जी बहुत अच्छे. नव वर्ष पर आपको भी सपरिवार
बहुत बहुत बधाई
आलोक सिंह "साहिल"
सुषमा जी,
नव वर्ष पर सुन्दर आनन्दित करने वाली कविता..
बहुत बहुत बधाई
'माता पिता की सेवा करके
ऊँचे उठते जायें
मजबूत इरादे बने रहें तो
हर मुशकिल कट जाये'
-बहुत अच्छा सन्देश दिया है.
-अच्छी कविता है.
माता पिता की सेवा करके
ऊँचे उठते जायें
मजबूत इरादे बने रहें तो
हर मुशकिल कट जाये
हम कभी नही घबराऐं
हम हैप्पी न्यू ईयर गायें
नव वर्ष पर आपको बहुत बहुत बधाई
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