अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस
"हाँ! मै यह कर सकता हूँ"
हमेशा उनसे पूछो कि वो क्या बनना चाहते हैं, यह बात उन्हें सपने देखने देगी, और जब एक सपना तैयार हो जाए, तो एक अभिभावक और एक माँ होने के नाते, उस सपने को संजोकर, उसे पल्लवित करो तथा पुष्पित करने में अपने सारे प्रयत्न लगा दो| 1
प्यारे बच्चो,
आज अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस है, क्या तुम्हें पता है कि हमारे देश की तरह ही दूसरे देश भी बाल दिवस मनाते हैं|
बाल दिवस संपूर्ण विश्व में सबसे पहले अक्टूबर 1953 में बाल कल्याण संघ के तत्वावधान में जेनेवा में मनाया गया था| इस अन्तराष्ट्रीय बाल दिवस की परिकल्पना वि॰ के॰ कृष्णा मेनन ने दी जिसे सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने 1954 में पूर्णतया स्वीकृति दे दी|
  इस सार्वभौमिक बाल दिवस के, जिसे प्रति वर्ष 20 नवम्बर को मनाया जाता है, मुख्य उद्देश्य हैं-
१)  दुनिया भर के बच्चों के बीच में पारस्परिक सहयोग और सामंजस्य स्थापित किया जाय|
२) विश्व के सभी बच्चों के कल्याण के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यों का संचालन किया जाय |
इस दिन को "बचपन दिवस" भी कहते हैं, संयुक्त राष्ट्र महासभा द्बारा निर्धारित मापदंड को दुनिया के 191 देशों ने सहर्ष स्वीकार किया है और बच्चों के अधिकारों के प्रति अपनी जागरूकता जाहिर की है |
कुछ देशों में इस किस-किस दिन मनाया जाता है, यह बताते हुए नीलम आंटी आज के लिए आपसे आज्ञा चाहती है, जल्दी ही फिर मुलाक़ात होगी   भारत - 14 नवम्बर
भारत - 14 नवम्बर
कनाडा -२० नवम्बर
इजरायल -19 अक्टूबर
मेक्सिको -30 अप्रैल
पाकिस्तान -20  नवम्बर  
पेरू -17 अगस्त
नाइजीरिया -27 मई
जर्मनी- 1 जून
चीन -1 जून
पुर्तगाल- 1 जून
रोमानिया -1  जून
ऑस्ट्रेलिया - जुलाई के पहले रविवार को
न्यूजीलैंड -मार्च के पहले रविवार को
स.रा.संघ -जून का दूसरा रविवार
अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस की शुभकामनाएं समस्त  हिन्द युग्म परिवार की तरफ़ से दुनिया के सभी बच्चों को |
नीलम मिश्रा
1. नीलम मिश्रा जी ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम को ईमेल किया था और निवेदन किया था कि अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर अपना कोई संदेश दें। उपर्युक्त वक्तव्य उसी ईमेल की प्रतिक्रिया है।
 

-YAMINI.gif) आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं। क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं। बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ।
बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ। क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों? अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए। तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया। आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में। एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं। पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।


 बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
 
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5 पाठकों का कहना है :
नीलम जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जो इ बहाने हम भी पूर्व राष्ट्रपति जी से मिल लिए | अन्तर-राष्ट्रीय बाल-दिवस पर दुनिया के सभी बच्चो के लिए हार्दिक शुभ-कामनाएँ....सीमा सचदेव
नीलम जी,
इससे पहले मुझे यह जानकारी नहीं थी कि दुनिया में हर जगह एक साथ बच्चों के लिए कोई दिन मनाया जाता है। बहुत-बहुत साधुवाद। मुझे पूरा विश्वास है कि बच्चे लाभांवित होंगे।
नीलम जी
बाल दिवस के विषय में उपयोगी जानकारी देने के लिये धन्यवाद। वास्तव में बच्चे ही राष्ट की सबसे बड़ी पूँजी और सम्पत्ति हैं अतः उनके लिए दिवस होना बहुत जरूरी है और इससे भी जरूरी है हमारा उनके विकास में योगदान देना। सस्नेह
अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस भी कुछ होता है... मुझे नहीं पता था... कलाम साहब का संदेश पढ़ा.. बहुत अच्छा लगा..
मुझे एक वर्ष पूर्व आई "तारे ज़मीन पर’ याद आ गई..
कलाम साहब का संदेश पढ़वाने के लिये धन्यवाद
बहुत बढिया जानकारी से अवगत कराया
और हमारे माननीय पूर्व राष्ट्रपति जी का सन्देश
हम तक पहुँचाया
आपका आभार
सब बच्चों को शुभकामनाये और प्यार
-नमस्कार
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