Friday, August 14, 2009

आओ मिल कर शपथ उठायें

आज है आजादी का पर्व,
हमें शहीदों पर है गर्व,
जवानी में जीवन था गँवाया,
तभी आजादी का दिन आया।

बापू, नेहरू, ताँत्या टोपे,
नहीं था संयम अपना खोते,
बिन गोली-बंदूक लड़ाई,
सारी दुनिया को थी भाई।

छाती पर गोली खा कर के,
थी अनमोल आजादी पाई,
तुम सब छोड़ो झगड़े-टंटे,
समझो भाई को भाई।

बड़े यत्न से मिला हमें है,
अपने ही घर का अधिकार,
आपस में लड़ न इसे गँवाना,
करना इक-दूजे से प्यार।

आओ मिल कर शपथ उठायें,
एकता के हम गीत गायें,
शत्रु कभी न अवसर पाये,
मिल-जुल कर हम उसे भगायें।

--डॉ॰ अनिल चड्डा


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6 पाठकों का कहना है :

संगीता पुरी का कहना है कि -

बहुत सुंदर रचना ,
बड़े यत्न से मिला हमें है,
अपने ही घर का अधिकार,
आपस में लड़ न इसे गँवाना,
करना इक-दूजे से प्यार।
काश सब इस बात को समझ पाते !!
जन्‍माष्‍टमी और स्‍वतंत्रता दिवस की आपको बहुत बहुत बधाई !!

निर्मला कपिला का कहना है कि -

बहुत स्र्न्दर रचना जन्म अश्ट्मी और स्वतन्त्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई

विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि -

सुंदर रचना !!!
जन्‍माष्‍टमी और स्‍वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई!!!

Manju Gupta का कहना है कि -

आजादी का गीत देश भक्ति से ओत-प्रोत है एकता संदेश मिलता है
जन्‍माष्‍टमी और स्‍वतंत्रता दिवस की आपको बहुत बहुत बधाई !!

Vinay का कहना है कि -

श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। जय श्री कृष्ण!!
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INDIAN DEITIES

Shamikh Faraz का कहना है कि -

क्या बात है .

आओ मिल कर शपथ उठायें,
एकता के हम गीत गायें,
शत्रु कभी न अवसर पाये,
मिल-जुल कर हम उसे भगायें।

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