आओ मिल कर शपथ उठायें
आज है आजादी का पर्व,
हमें शहीदों पर है गर्व,
जवानी में जीवन था गँवाया,
तभी आजादी का दिन आया।
बापू, नेहरू, ताँत्या टोपे,
नहीं था संयम अपना खोते,
बिन गोली-बंदूक लड़ाई,
सारी दुनिया को थी भाई।
छाती पर गोली खा कर के,
थी अनमोल आजादी पाई,
तुम सब छोड़ो झगड़े-टंटे,
समझो भाई को भाई।
बड़े यत्न से मिला हमें है,
अपने ही घर का अधिकार,
आपस में लड़ न इसे गँवाना,
करना इक-दूजे से प्यार।
आओ मिल कर शपथ उठायें,
एकता के हम गीत गायें,
शत्रु कभी न अवसर पाये,
मिल-जुल कर हम उसे भगायें।
--डॉ॰ अनिल चड्डा
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6 पाठकों का कहना है :
बहुत सुंदर रचना ,
बड़े यत्न से मिला हमें है,
अपने ही घर का अधिकार,
आपस में लड़ न इसे गँवाना,
करना इक-दूजे से प्यार।
काश सब इस बात को समझ पाते !!
जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की आपको बहुत बहुत बधाई !!
बहुत स्र्न्दर रचना जन्म अश्ट्मी और स्वतन्त्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई
सुंदर रचना !!!
जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई!!!
आजादी का गीत देश भक्ति से ओत-प्रोत है एकता संदेश मिलता है
जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की आपको बहुत बहुत बधाई !!
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। जय श्री कृष्ण!!
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INDIAN DEITIES
क्या बात है .
आओ मिल कर शपथ उठायें,
एकता के हम गीत गायें,
शत्रु कभी न अवसर पाये,
मिल-जुल कर हम उसे भगायें।
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