दीवाली
मनाएँ हम मिलकर दीवाली
ना हो प्रकाश से कोई जगह खाली
अन्धकार से प्रकाश में जाना है
जीवन में प्रकाश लाना है
दीवाली के दीपक से यही सीख लेना हैं
सारे जग से अंधकार मिटाना है
दुनियाँ में प्रकाश फैलाना है
हरेक जगह प्रकाश फैलाना है॥
महेश कुमार वर्मा
Posted by रंजू भाटिया at 11:56 AM
Labels: baal kavita, Deepawali, deewali, festival special, mahesh kumar verma
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13 पाठकों का कहना है :
दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
अन्धकार से प्रकाश में जाना है
जीवन में प्रकाश लाना है
बहुत सुंदर लिखा है.
दीपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं...
आपके पूरे परिवार और मित्रगण सहित आपको भी परम मंगलमय त्यौहार दीपावलि की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
शुभम् करोति कल्याणं,
अरोग्यम धन: सम्पदा,
शत्रु बुद्धि विनाशाय,
दीपमज्योती नमोस्तुते,
शुभ दीपावली
hind yugm ke puure parivaar ko दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
दीपावली का मकसद बयां करती सुन्दर कविता।
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
आपको तथा आपके परिवार को दीपोत्सव की ढ़ेरों शुभकामनाएं। सब जने सुखी, स्वस्थ, प्रसन्न रहें। यही मंगलकामना है।
सबों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
happy diwali to all family members.
alok singh "sahil'
मज़ा नहीं आया भाई
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