बूझो तो जानें....
1. तीन राह और पहिया एक
फूले सीना इसको देख
2. गहरा सागर नीला पानी
मछली तैर रही मन मानी
कांटे मे फँस गयी मगर
घूमे तनिक इशारे पर
3. एक चोर ऊपर से आया
मेरे टकले पर टकराया
सर फूटा तो पकड लिया
कस मुट्ठी में जकड़ लिया
माँ को मैंने जब दिखलाया
चोर हाथ से गायब पाया
4. मुझमें रस है भरा पडा
राह निहारूँ खड़ा खड़ा
मैं प्यारा हूँ हाथी को
बूझो अपने साथी को
5. पैर नहीं पर चलता हूँ
नयी नयी बात उगलता हूँ
पढे लिखों का मैं हथियार
मेरा नाम बताओ यार

आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
7 पाठकों का कहना है :
लाजवाब भुपेन्द्र जी...
१. नारियल
२. हवाई जहाज / चन्द्रयान
३.पैसा ( i am not sure )
४.गन्ना
५.कलम /पेन
अब लाओ मेरी चॉकलेट ....:)
सीमा जी.....
10 मे से आपको मिलते हैं 4
आपने कोशिश की आपका आभार
सोचते रहिये बारम्बार...
फिलहाल के लिये नमस्कार !
चॉकलेट.. ह्म्म्म्म्म
आजकल चॉकलेट का माह है
तो सबको चॉकलेट की चाह है..
अवश्य मिलेगी बच्चा....
तथास्तु..
मैं कोशिश करती हूँ!१-जलेबी २-रसगुल्ले ३- ओला ४-गन्ना ५- कलम या अखवार
mujhe paheliyan nahin aati. tum chaho to zero de do :)
पहेलियाँ बहुत घुमावदार हैं..
दिमाग पर चोट असरदार है!!!
तिरंगे को देख फूलता मेरा सीना,
हाथी को गन्ने से प्यार है...
दो के जवाब फिलहाल आते नहीं..
कलम मेरा हथियार है!!!
भूपेंद्र जी, ये तो मजाक मजाक में
गज़ल जैसी कुछ चीज़ हो गई तैयार है... :-)
१ हमारा तिरंगा झंडा प्यारा
२ चंद्रयान
३ ओले
४ गन्ना
५ कलम ..
अब बताओ यह पास के नंबर है या फ़ेल हो गए हम :)
wow.........दस मे से चार
मतलब पप्पु पास
आज का दिन क्या है खास
राघव जी करो विश्वास
नही की मैने कोई नकल
दौडाई अपनी अक्ल
नही है हम लम्बी रेस के घोडे
जितनी हिम्मत(अक्ल)थी ,उतना दौडे
अब आप बताओ,वो शक्ति (दिमाग)कहाँ से लाएँ
जो आपकी पहेलियो के हल बताएँ
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)