आदत का पौधा
किसी एक गाँव में एक लड़का बगीचे में लगे हुए आम और अन्य फल वाले वृक्षों के छोटे -छोटे पौधों को रोज उखाड़ -उखाड़ कर फेंक देता था बेचारा माली हर रोज उसकी जगह पर दूसरा पौधा लगा देता था एक दिन माली ने उस शैतान लड़के को पकड़ लिया और उसे एक बड़े मोटे तने वाले पेड़ के पास ले गया और कहा ,"बेटा !उन छोटे -छोटे पौधों को तो तुमने उखाड़ कर बार -बार फेंक दिया है ,जरा इसे भी उखाड़ कर फेंक दो "लड़का डरा ,सकपकाया और बेचारी सी हालत बनाकर बोला यह तो बहुत मजबूत ,पुराना है मै इसे कैसे उखाड़ कर फेंक सकूंगा ?
माली ने कहा ,बेटा !"आदत का पौधा " भी इसी पेड़ की तरह है ,अगर तुमने बुरी आदत के पौधे को अभी उखाड़ कर नही फेंका तो यह बुरी आदत का पौधा एक बड़ा वृक्ष बन जायेगा और तुम्हारी आदतें स्थायी बने उससे पहले उन्हें छोड़ देने में ही बुद्धिमानी है.
भारतीय योग संस्थान की "योग मंजरी " से साभार
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10 पाठकों का कहना है :
bahut sunder hai sadhuvad
bahut sunder hai sadhuvad
बहुत सुन्दर
---मेरा पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें
---मेरा पृष्ठ
चाँद, बादल और शाम
सही है....अच्छी कहानी।
प्रेरक कथा.
जी,
बुरी आदत के पौधे तो बड़ा पेड़ न ही बनें तो बेहतर हो..
अच्छी सीख है ...हर किसी के लिए..
aur ye vinay ji ka vigyapan bhi har jagah dikhnaa achhi baat naheen hai
GOOD! I LIKE IT !
AAPNE BAHUT ACCHI BAAT BATAYI , NEELAM AUNTY . AUR AISI ACCHI ACCHI BAAT BATAIYEGA
अच्छी सीख----
देवेन्द्र पाण्डेय।
SWEET STORY....
alok singh "sahil"
बुरी आदत का पौधा जब हो जाता है बड़ा
नहीं उखाड़ सकते उसको हमेशा रहता वो खड़ा...
अच्छी सीख नीलम जी...
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