Saturday, January 31, 2009

26 जनवरी की बाल चित्रकला प्रतियोगिता के उल्लेखनीय चित्र

बाल-उद्यान की ओर से विगत् २६ जनवरी २००९ को आयोजित प्रतियोगिताओं में से चित्रकला प्रतियोगिता के कुछ चित्र हम प्रकाशित कर रहे हैं। चित्रकला प्रतियोगिता को तीन श्रेणियों में विभक्त किया गया था। हम तीनों श्रेणियों के तीन स्थानों पर आये चित्रों के अलावा कुछ उल्लेखनीय पेंटिंग भी प्रकाशित कर रहे हैं। आभ इन बाल चित्रकारों के प्रयासों को अपनी टिप्पणियों का प्रोत्साहन देना न भूलें।

प्री स्कूल- कक्षा १


अपूर्वा, मान्टेशरी २, बाल भारती पब्लिक स्कूल


द्वितीय स्थान- केशा अरोरा, प्री स्कूल, वैंकेटेश्वर ग्लोबल स्कूल


प्रथम स्थान- नित्या कपूर, मान्टेशरी २, डैफोडिल, रेयान इंटरनेशनल स्कूल


कक्षा २ - पाँच


तृतीय- प्रकृति घोष, कक्षा ५, सचदेवा पब्लिक स्कूल


द्वितीय- ईशिता कपूर, कक्षा ५, रेयान इंटरनेशनल स्कूल


प्रथम- गगन, कक्षा ५, महाराजा अग्रसेन माडेल स्कूल


कक्षा छठवीं- आठवीं


तृतीय- मानसी कुमार, कक्षा ६, सचदेवा पब्लिक स्कूल


द्वितीय- हर्षिता नांगिया, कक्षा ६, बाल भारती पब्लिक स्कूल


प्रथम- पाखी मिश्रा, कक्षा ६, बाल भारती पब्लिक स्कूल


प्रथम- साईंईश कौल, कक्षा ८, लॉन्सर्स कॉन्वेंट स्कूल


अन्य उल्लेखनीय चित्र-


आयूष एम, कक्षा ६, महाराजा अग्रसेन मॉडेल स्कूल


अदिति, कक्षा १, बाल भारती पब्लिक स्कूल


ऐश्वर्य झा, कक्षा ५, बाल भारती पब्लिक स्कूल


खुशी बंसल, कक्षा ३, क्विन मैरी स्कूल


सौमित्र, कक्षा ३, रेयान इंटरनेशनल स्कूल


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9 पाठकों का कहना है :

तपन शर्मा Tapan Sharma का कहना है कि -

२६ तारीख को ये चित्र देखे थे..रोहिणी में... मैंने आज घर में दिखाये सभी को... सब ने पसंद किया... क्या सोच है बच्चों की!! चाहें पानी बचाने के बारे में हो.. प्रदूषण फैलाने का विषय हो...
नीलम जी, धन्यवाद चित्र प्रकाशित करने के लिये...
मनु जी के जवाब का इंतजार है.. उनका चित्रकार मन क्या कहता है इन चित्रों को देख कर....

manu का कहना है कि -

नीलम जी, एक से एक पेंटिग्स दिखा दी आपने तो..........और जजमेंट भी बहुत ही सही किया है...........मुझ से तो ऐसा कभी भी ना हो पाता.....कमाल ही कर दिया बच्चों ने तो ...असल में बगैर मूड के जहाँ मारे बिठा कर ये काम करना जितना मुश्किल है........ये वो ही जानता है जिसे करना पड़ता है......
हम तो आज तक इस के आदी नहीं हो सके......और बच्चों ने इतनी सहजता से कर डाला.........
इन से काफ़ी कुछ सिखना है अभी हमें.........
अगली बार मुझे भी बुलाइएगा .......

manu का कहना है कि -

तपन जी,
मैं तो समझा था के प्रथम पाठक की टिपण्णी मैं दे रहा हूँ..........
पर मेरे टाइप करते करते .........
आप हो गए प्रथम पाठक..........
ये भी क्या इत्तेफाक है ..पर ये कोम्बिनेशन बहुत ही अच्छा लगा.....अब जल्दी से पोस्ट कर दूँ ...नहीं तो पता चल रहा है के मैं फ़िर तीसरे के बजाय चौथा पाठक बन गया......गुड नाईट ..

manu का कहना है कि -

anya ullekhniya chitra mein ......ADITI agar kakshaa 1 ki student hi hai to......kamaal kiyaa hai usne...

neelam का कहना है कि -

मनु जी ,
१)बच्चों से कोई जबरदस्ती नही की गई थी |
२)वो सब खुश होकर आए थे |
३)एक बच्चा तो ठीक ९.३० बजे आ गया था ,तपन जी ने बताया है की बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था
४)सभी अभिभावकों को सख्त निर्देश हैं कि किसी भी तरह का कोई दवाब बच्चों पर न डाला जाय |
५)बच्चों की ख़ुद की रचनात्मक अभिव्यक्ति सामने आए इसलिए विषय वहीँ पर दिए गए थे |
६)अदिति के बारे में आपसे पूरी तरह सहमत हूँ ,|
उम्मीद करती हूँ कि अगली बार मूल्यांकन और सही होगा अगर आप भी साथ में होंगे |(मूल्यांकन में हम कहीं शामिल नही हुए थे )

manu का कहना है कि -

ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ..................ऊऊऊऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़

फ़िर मुझे ग़लत समझा गया.........
"देवी जी ".........जबरदस्ती से मेरा मतलब वो नहीं था जो अक्सर मेनका गाँधी जी निकालती हैं....मेरा मतलब ये था के बीस तीस बच्चों को एक समय पर ..एक विषय पर कुछ बनाने को कहे ...तो जरूरी नही होत के उस वक्त उस का मूड वो समझने या बनाने का ही हो.........
और मैंने कहा है के शामिल तो मैं होना चाहूंगा पर मूल्यांकन में नहीं........
और हो सकता है के आप एम् ऍफ़ हुसैन के बारे में मेरा कमेन्ट पढ़कर मुझे वहाँ दूर दूर तक फटकने भी ना दें.......

neelam का कहना है कि -

बाल उद्यान कुछ -कुछ नीलम -मनु उवाच बनता दीख रहा है ,आप सभी पाठकों से अनुरोध है की वो भी कमेंट्स डालें ,अब
सारे बच्चे ही आपको
बताएँगे कि वो नीलम आंटी कि बात को कितने
प्यार से सुनते हैं ,और मूड तो बच्चों का बन ही जाता है ,बस माहौल बनाने कि जरूरत होती है ,उसमे हमने और तपन जी कोई कसर नही छोडी थी |
baaki ki raajnitik baaton ke liye manu ji wo angrejon ka kahna hai na ,no comments

Harshita का कहना है कि -

THANX NEELAM ANTI FOR ORGANISING
SUCH PROGRAMS AND GIVING PRIZES

neelam का कहना है कि -

thanx harshita ,if u people ,i mean (bachcha log) comments dekar bataate ho ki aapko achcha laga to ,hume bhi achcha lagta ki agla program jaldi se suru kiya jaay holi ke liye taiyaari suru kar do ,abhi nahi ,exams ke baad ,

wish u gud luck for your exams

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