आठ एकम आठ, आठ दूनी सोलह

आठ एकम आठ,
आठ दूनी सोलह,
संगत बुरी से,
दूर सदा रहना।
आठ तीए चौबीस,
आठ चौके बत्तीस,
आदतें तुम अपनी,
रखना नफीस।
आठ पंजे चालीस,
आठ छेके अड़तालीस,
कपड़े, किताब, बस्ता,
नहीं रखना गलीच।
आठ सत्ते छप्पन,
आठ अट्ठे चौसठ,
मंशा में अपनी,
कभी न लाना खोट।
आठ नामे बहत्तर,
आठ दसे अस्सी,
दोस्त बनो अच्छे,
रहो अच्छे पड़ोसी।
--डॉ॰ अनिल चड्डा
दो एकम दो । तीन एकम तीन । चार एकम चार । पाँच एकम् पाँच । छ: एकम छ: । सात एकम सात ।

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5 पाठकों का कहना है :
बहुत अच्छा
are wah... wah kya prayog hai...khoovsurat..
are wah... wah kya prayog hai...khoovsurat..
naye roop me pahada bhi hum ne seekh liya aur kavita bhi padh li , vakai naya roop accha laga, sahuwad
आप सभी को मेरा प्रयोग अच्छा लगा, जान कर मन को अति प्रसन्नता हुई । प्रोत्साहन के लिये धन्यवाद ।
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