Monday, December 14, 2009

सात एकम सात



सात एकम सात,
सात दूनी चौदह,
संयम तुम अपना,
कभी नहीं खोना।

सात तीए इक्कीस,
सात चौके अट्ठाईस,
रखना तुम हमेशा,
फर्स्ट आने की ख्वाहिश।

सात पंजे पैंतीस,
सात छेके ब्यालीस,
करना न चमचागिरी,
और न ही मालिश।

सात सत्ते उनचास,
सात अट्ठे छप्पन,
करना सेवा देश की ,
तोड़ के सारे बंधन।

सात नामे त्रेसठ,
सात दस्से सत्तर,
हिंदू,सिख, इसाई, मुस्लिम,
सारे ही हैं ब्रदर।

--डॉ॰ अनिल चड्डा

दो एकम दोतीन एकम तीनचार एकम चारपाँच एकम् पाँचछ: एकम छ: