Wednesday, December 16, 2009

अगर सभी बादशाह होते

अकबर बीरबल से तरह-तरह के अजीबोगरीब प्रश्न पूछा करते थे। कुछ प्रश्न ऐसे भी होते थे जो वह बीरबल की बुद्धि की परीक्षा लेने के लिए पूछते थे। एक बार बादशाह अकबर बीरबल से बोले- "बीरबल! इस दुनिया में कोई अमीर है, कोई गरीब है, ऐसा क्यों होता है? सब लोग ईश्वर को परमपिता कहते हैं। सभी आदमी उनके पुत्र ही हुए। पिता अपने बच्चों को हमेशा अच्छा और खुशहाल देखना चाहता है। फिर ईश्वर परमपिता होकर क्यों किसी को आराम का पुतला बनाता है और किसी को मुट्ठी भर अनाज के लिए दर-दर भटकाता है? आखिर उसने सभी को समान क्यों नहीं बनाया?"

"आलमपनाह, अगर ईश्वर ऐसा न करे तो दुनिया की गाड़ी चल ही नहीं सकती। वैसे तो दुनिया में पाँच पिता कहे गए हैं। इस नाते आप भी अपनी प्रजा के पिता हैं। फिर आप किसी को हजार, किसी को पाँच सौ, किसी को पचास, तो किसी को सिर्फ़ पाँच-सात रुपये ही वेतन देते हैं। जबकि एक महीने तक आप सभी से सख्ती से पूरा काम लेते हैं। ऐसा क्यों? सभी को एक ही नजर से क्यों नही देखते? और फिर, अगर ईश्वर सभी को बादशाह बना देता तो सेवकों का काम कौन करता? बीरबल कौन बनता?"

बादशाह कोई भी जवाब नहीं दे सके, उलटे सोच में पड़ गए।


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पाठक का कहना है :

अजय कुमार झा का कहना है कि -

वाह वाह जी हाजिर जवाब बीरबल ने फ़िर से चकित किया

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