राष्ट्रीय प्रतीक
प्यारे बच्चो कल मैने आपको भारत के कुछ राष्ट्रीय चिन्हों की जानकारी दी थी । आज देखिए कुछ और राष्ट्रीय प्रतीक
८.राष्ट्रीय गीत
वन्दे मातरम मां का वंदन
गाए हर इक भारतीय जन
बंकिम चन्द्र चैटर्जी का गान
राष्ट्रीय गीत हिन्द का महान
९. राष्ट्रीय-वाक्य
'सत्यमेव जयते' वाक्य
कहता सत्य की सदा विजय
सत्य पथ पर बढते जाओ
जीवन में सदा सुख पाओ
१०. राष्ट्रीय नारा
'श्रमेव जयते' नारा
श्रम करना ही कर्म हमारा
श्रम से जीतें सकल जहान
जय जवान और जय किसान
११. राष्ट्रीय भाषा
राष्ट्रीय भाषा अपनी हिन्दी
भारत मां के भाल की बिन्दी
पूरे देश में बोली जाती
तभी तो सबकी मां कहलाती
१२.राष्ट्रीय पर्व
पंद्रह अगस्त बच्चो जब आए
हम आजादी दिवस मनाएं
आए जब जनवरी छब्बीस
होता तब गणतंत्र दिवस
१३. राष्ट्रीय खेळ

आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।



































आओ हम सब सोचें मिलकर
स्वेटर पर स्वेटर पहनाती है माँ 




एक बार बिल्ली थी एक 
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-