बचे हुए सामान से कुछ रचनात्मक चित्र
२६ जनवरी पर" बचे हुए सामान से कुछ रचनात्मक "बनाने का प्रयास करवाया गया था बच्चों से, उनमे कुछ उल्लेखनीय चित्र देर से ही सही पर आपके सामने लाये हैं उम्मीद है आप सभी को पसंद आयेंगे ,बच्चों के प्रयास को थोड़ी प्रशंसा मिलनी ही चाहिए जिसके वो असली हकदार हैं
पाखी मिश्रा (प्रथम पुरस्कार )कक्षा ७बाल भारती पब्लिक स्कूल
हर्षिता नाँगिया (प्रथम पुरस्कार )कक्षा ७बाल भारती पब्लिक स्कूल
प्राकृति घोष( सांत्वना पुरस्कार ) कक्षा ७सचदेवा पब्लिक स्कूल
किशा अरोरा -प्रथम (नर्सरी कक्षा )वेंकटेश्वर पब्लिक स्कूल
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आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
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कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
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बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
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8 पाठकों का कहना है :
वाह! बहुत सुन्दर प्रयास रहा सभी का. बधाई!
बहुत बढ़िया!! प्रतिभाशाली बच्चे हैं.
बेमिसाल चित्र और एक से एक बढकर उत्कृष्ट कलाकार .
बधाई .
वाह! बहुत सुन्दर प्रयास हैं सभी का. बधाई!
डॉ० डंडा लखनवी (
कल्पना के विस्तीर्ण पटल पर बच्चों की सहजता और कुछ व्यर्थ सामान। बच्चों की रचनात्मकता को उनसे ही निकलकर आने दें तो कैसे-कैसे रूप सामने आते हैं।
उम्दा।
बेशक सुन्दर चित्र हैं..हमारे आयेश साहब भी कुछ न कुछ करते रहते हैं.
bachchon ki soch kitni age hai kitni rachnatmak hai chitr dekh ke pata lagta hai .sabhi bachchon ko meri taraf se bahut pyar aur ashirvad
saader
rachana
aimala
apne saahabjaade se kaho is baal udyaan ke liye bhi kuch taamir karen inshaaalaah hum intjaar karenge.
sabhi sudhijanon ko unki prtikriya ke liye shukriya
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