बारिश बरसे
टप, टप, टप, टप, टपप, टपप,
बारिश बरसे टप, टप, टप,
गरजे बदरा घनन, घनन,
बिजली चमके शनन, शनन।
देख के बारिश की बौछार,
झूमें पौधे बारम्बार,
सूखे से छुटकारा मिला है,
नदियाँ भी मारें फुँकार
चहुँ और हरियाली बिछी है,
ठंडी हवा की धूम मची है,
कोयल मीठे गान सुनाये,
जंगल में मंगल की घड़ी है ।
मोर खुशी से नाच दिखाये,
बगिया भी है फूल खिलाये,
आओ, हम सब हाथ पकड़ कर,
झूमें, नाचें, मौज मनायें ।
--डॉ॰ अनिल चड्डा
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8 पाठकों का कहना है :
सुंदर बाल गीत !!
बहुत अच्छा लगा ये बाल गीत
सुंदर मनभावन बाल कविता,,...
regards
कविता पढ़ते ही रिमझिम शुरू हो गयी .. सुंदर बारिश गीत है .आभार .
सुन्दर कविता है
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Tech Prevue: तकनीक दृष्टा
सुदर अभिव्यक्ति चड्डा जी.
मोर खुशी से नाच दिखाये,
बगिया भी है फूल खिलाये,
आओ, हम सब हाथ पकड़ कर,
झूमें, नाचें, मौज मनायें ।
sundar baal geet...manabhawan..
आप सबको मेरी रचना पसन्द आई, बहुत-बहुत धन्यवाद । प्रोत्साहन के लिये आभार ।
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