Sunday, February 8, 2009

गलती मानना सीखो

मनुष्य गलतियों का पुतला है

हमसे -आपसे अनेक गलतियां
होने की संभावना बनी ही रहती है

आपसे भी गलती हो जाए तो
उसे तुंरत स्वीकार कर ले
गलती को गलती न मानकर
तर्कों से स्वयम को सही सिद्ध
करने का प्रयास
हमारा पतन करता है तथा
वह गलती जीवन भर नही सुधरती
तत्काल अपनी गलती मानकर
भविष्य में सावधान रहने
की भावना से आपकी
उन्नति निश्चित है

साभार
भारत का भविष्य हमार बच्चे (भारतीय योग संस्थान)


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4 पाठकों का कहना है :

Anonymous का कहना है कि -

गलती को गलती न मानकर
तर्कों से स्वयम को सही सिद्ध
करने का प्रयास
हमारा पतन करता है तथा
वह गलती जीवन भर नही सुधरती

lakh ki baat ye hi to hum ko bhi samajhna hai khoob kaha
rachana

manu का कहना है कि -

भारतीय योग संस्थान ...के ज़रिये आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है नीलम जी,
और ये केवल बच्चों के लिए नहीं , बड़ों के ल्लिये भी इतनी है ज़रूरी है...
आशा है के भविष्य में भी आपसे अच्छी ही बातें सीखने को मिलेंगी....

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

गलती को गलती ना समझे लती लगे गलती की ।
जीवन सारा गल जाये गर गल ना होय मती की ॥

बहुत ही बढिया बात कही नीलम जी..
भारतीय योग संस्थान को को बहुत बहुत साधूवाद

तपन शर्मा Tapan Sharma का कहना है कि -

अपनी गलती को मान लेना बहुत बड़ी बात होती है..
आधे झगड़े इसी बात पर होते हैं क्योंकि कोई अपनी गलती मानने से इंकार कर देता है
नीलम जी, बहुत अच्छी सीख दी आपने

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