हँसी का गुल्ला
              हँसी का गुल्ला 
 मरीज -डॉक्टर मै कुछ     बीमार सा  हूँ  ,मरीज ने जितने लक्षण याद थे डॉक्टर को बता दिए 
डॉक्टर -तुम परहेज का ख़ास ख्याल रखो ,एक सप्ताह तक ऐसा हल्का भोजन करो ,जो एक वर्ष का बच्चा भी आसानी  से पचा सकता हो 
अगले दिन
डॉक्टर -तुम्हे एक साल के बच्चे वाला भोजन करने को कहा था ,किया?
मरीज -जी हाँ किया
डॉक्टर -क्या लिया
मरीज -थोडी सी मिटटी ,एक बटन ,नारंगी का छिलका ,एक शीशे की गोली 
 
 

-YAMINI.gif) आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं। क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं। बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ।
बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ। क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों? अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए। तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया। आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में। एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं। पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।


 बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
 
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15 पाठकों का कहना है :
हा हा हा बहुत बढ़िया ।
हा हा हा
हा हा हा
हा हा हा
हा हा हा
हा हा हा
हा हा हा ....बहुत खूब
मेरी कलम -मेरी अभिव्यक्ति
हिंदी में,,,
हा,,,,हा,,,,हा,,,,हा,,,,,,,,,हा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अंग्रेजी में,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
hee,,,,,,hee,,,,,,,,,,,hii,,,,hii,,,,,,,
neelam aunty aapne hame bahut accha joke sunaya , aage aur jokes ki ummed hai.
dear neelam aunty ,,,,,,,,,,,,
aapka joke bahut accha tha , mujhe khushi hai ki mujhe hinyugm jesse site ka pataa chalaa .
mishtoo
dear neelam aunty ,,,,,,,,,,,,
aapka joke bahut accha tha , mujhe khushi hai ki mujhe hinyugm jesse site ka pataa chalaa .
mishtoo
aunty aapne bahut aacha joke likha hai ,i really like it
हा हा हा
हा हा हा
हाहाकार मच गया, क्या लतीफा है
कही आपबीती, हुआ,
पढ़कर चित्त प्रसन्न.
जो न स्वयं पर हंस सके होता 'सलिल' विपन्न.
-sanjivsalil.blogspot.com
-divyanarmada.blpgspot.com
salil ji ,
kamaal ki yaaddast hai aapki ,aapko apna ek saal ka bachpan yaad hai hume to kuch bhi yaad nahi ,isliye to aap aachaary ji hain
मै हँस भी रही हूँ पर सोच भी रही हूँ की उस बेचारे का क्या हुआ होगा
रचना
मै हँस भी रही हूँ पर सोच भी रही हूँ की उस बेचारे का क्या हुआ होगा
रचना
मै हँस भी रही हूँ पर सोच भी रही हूँ की उस बेचारे का क्या हुआ होगा
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मै ३ बार नहीं हँस रही हूँ ये ३ बार चला गया है
रचना
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