माँ तुझको शीश नवाता हूँ
माँ तुझको शीश नवाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ ।
तेरे चरणों की रज पाकर,
अभिभूत हुआ मै जाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
आशीष वचन सुन तेरे मुंह से,
मै फूला नही समाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
ममता तेरी जब भी पाता,
मैं राजकुँअर बन जाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
गम मुझको हैं छू नही पाते,
आंचल जब तेरा पाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
अवगुन मेरे ध्यान न लाये,
मै हर दिन माफी पाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
मेरी दुनिया तू ही माँ है,
तुझमें ही सब कुछ पाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ... 
कवि कुलवंत सिंह
 

-YAMINI.gif) आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं। क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं। बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ।
बच्चो,
प्यारी-प्यारी आवाज़ों सुनिए प्यारी-प्यारी कविताएँ और कहानियाँ। क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों? अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए। तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया। आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में। एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं। पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।


 बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
 
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8 पाठकों का कहना है :
बहुत अच्छी प्रार्थना है |
बहुत पावन भाव है |
अवनीश तिवारी
ममता तेरी जब भी पाता,
मैं राजकुँअर बन जाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ...
" बहुत सुंदर और ममता भरी कोमल कवीता"
Regards
kavi kulvant ji namaskaar,
aapki kavita bahut pasand aai. maa ki mamta ke liye apani kavita ki kuch panktiyaan likh rahi hoo:-
DHARATI KA SVARG TO MAA HI HAI
IS MAA KI MAMTA KE AAGE
BAIKUNTH DHAAM,SHIV LOK TO KYA
BRAHAM LOK BHI CHOTA PAD JAATA
PRANAAM KAROO TUJHKO MAATA...(SEEMA SACHDEV)
सुन्दर मातृत्वप्रेममय कविता..
बहुत बहुत बधाई
माँ को समर्पित कुछ पंक्तियाँ :
हम अपनी उँगली चटकाकर
ब्रह्म्माँड कँपाने वाले हैं
हम बालवीर हनुमान सभी
सूरज को खाने वाले हैं
हम एक इशारे पर माँ के
बलि जाने को रोहताश सभी
हम प्रलय मचा दें आखों से
माँ हो जो अगर उदास कभी
एकलव्य सभी बलवीर सभी...
अवसर पर चला दिखा देंगें
अपने तरकश की तीर सभी
http://baaludyan.hindyugm.com/2007/12/blog-post_13.html
बहुत ही प्यारी प्रार्थना
आलोक सिंह "साहिल"
मेरी दुनिया तू ही माँ है,
तुझमें ही सब कुछ पाता हूँ ।
माँ तुझको शीश नवाता हूँ । माँ ...
क्या बात है कवि जी!
बहुत खूब!
माँ-पिता के बारे में जो भी कहा जाए कम हीं होता है।
बधाई स्वीकारें।
-विश्व दीपक ’तन्हा’
कुलवंत जी, गजल के फार्मेट पर आपने बडी सुन्दर कविता लिखी है। बधाई स्वीकारें।
आप सभी का हर्दिक धन्यवाद...आप सभी के प्यार का ऋणी...
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