अथ: श्री पहेली पुराणे, पंचम अध्याय - प्रारम्भ
पहेलियाँ !
पंचो राम राम ! मासटर्र जी, मॉनीटर्र जी .. ओ हो अब जब जबसे
हमको टर्र टर्र करने वाला नाम से जानेजाना .... ओहो जाने जाना
मत्लव पहिचाने जाना... कभी कुछ और ही सोचो जी.. हाँ तो हम
कह रहे थे की आज : -
आओ रे मेरे सखा सहेली
लाया हूँ कुछ नयी पहेली
जोर खोपड़ी पर अब डालो
अक्ल के घोडे सब दौड़ालो
ठीक ठीक जो दिये जबाव
नीलम जी से मिले खिताब
टीपम टापी नहीं चलेगी
पेस्ट व कॉपी नहीं चलेगी
कुच पर्यवेक्षक जगे हुए हैं
सी.सी.टी.वी लगे हुए हैं
पकड़े गये तो समझो आप
जेल में होगा भरत मिलाप
शब्दों का कुछ खेल यहाँ
शुरू पहेली रेल यहाँ......
सूचना : अगले हफ्ते छुट्टी होने की सम्भावना है इसलिये इस हफ्ते
एक्स्ट्रा क्लास है, 5 की जगह 11 पहेलिया हैं :-
उत्तर प्राप्त करने के लिये निन्नलिखित पते पर अपनी इक्षानुसार रुपये. ...
का डिमांड ड्राफ्ट जो टर्र टर्र एंड कम्पनी, हिन्द युग्म,बाल उद्यान,
दिल्ली के नाम देय हो भेज सकते हैं :-
1.
मैं हूँ गंडे वाला सांप
दूर दूर तक जाता हूँ
बच्चे पेट में घुस जाते हैं
जब मैं शोर मचाता हूँ
2.
बीमारी को दूर भगाती
तज कर अपने पैर;
मुंडी कलम कराकर बहती
सुबह शाम दोपहर.
3.
मुझसे सब डरते हैं भैया;
जबकि मुझमें छुपा रुपैया
काटों घुटने आज हमारे
पाओगे तो वारे - न्यारे
4.
दो अक्षर का मेरा नाम
सबकी आखें करूँ हराम
पकड़ों तो मैं हाथ ना आऊँ
धीरे से गायब हो जाऊँ
5.
मैं हूँ पूजा का स्थान
मसक टैंटिया इमर्तवान
मुझमे रक्खो खूब अचार
और मज़ा लो मेरे यार
6.
ऊपर आधा भाग फूल है
नीची आधा भाग है भाग
जब में फुल्लम फुल हो जाऊँ
दिल हो जाता बाग -बाग
7.
साली बने तेरी महतारी
अगर काट दो मेरा शीश
पेट काटकर उल्टी लटकूँ
बहूँ को दुंगीं तब आशीश
9.
अगर पैर पर गिरी कुल्हाडी
बिजली मैं बन जाऊँगी
प्यार से चाहे घिस लो कितना
हलवा तुम्हें खिलाऊँगी
10.
मैं ऐसी एक कलाकार
घूमूँ बिन रस्सी बिन तार
जब मैं उल्टी लटक जाती हूँ
वाह वाह सबसे पाती हूँ
11.
खुट खुट खुट खुट गली मौहल्ले
घूंम घूंम कर आती हूँ
ना चरवाहा ना मैं ग्वारिया
फिर भी भैंस ले जाती हूँ
इति
अथ: श्री पहेली पुराणे पंचमोध्याय समाप्त..
बोलो बुद्धिमाता खोपडी-कसरत टेंशनदेयनी परीक्षा रानी की जय
04-04-2009
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31 पाठकों का कहना है :
अथ: श्री पहेली पुराणे पंचमोध्याय समाप्त..
बोलो बुद्धिमाता खोपडी-कसरत टेंशनदेयनी परीक्षा रानी की जय
raagav ji sab ulte latak gaye hain ,
aur manu ji ki to musibat aur badh gayi hai ek hath se hi rassi pakde
hain ,bhai ,topi ke sawaal hai gir n jaaye kahin . hahahahhahahaahhohohohohohuhuhuhuhfhfhfhfhfhh
हा हा हा बहुत अच्छे।
राम राम नीलम जी और सब......
अरे.....यह क्या?...सारी कक्षा खाली पड़ी है. सब लोग कहाँ हो? Hello!
राघव जी तो काफी समय से लापता हैं और आज तो मनु जी का भी कहीं अता-पता नहीं है. लगता है कि कहीं गोलगप्पे या आइसक्रीम खा रहे होंगे. या यह भी हो सकता है कि दोहे लिख रहे हों. अजित जी और सुमित जी भी आने में संकोच कर रहे हैं आजकल. तपन जी और नीति जी पिछले हफ्ते जल्दी से हाजिरी लगाकर कक्षा से रफूचक्कर हो गए थे. शोभा जी को भी देर लग रही है. क्या बात है? अब तक उनके दर्शन ही नहीं हुये हैं. मैंने तो अपनी duty ईमानदारी से पूरी करी थी अपनी समझ-बूझ से. फिर भी ऐसा लगता है कि मुझसे कहीं पर कोई चूक हो गयी है जाने-अनजाने में. 1st April को सूचना भी दी थी सबको कि दाखिला लेने पर नीलम जी की तरफ से हर बच्चे को एक चॉकलेट भी मिलेगी. दाखिले में किसी भी तरह की शकल, अकल या नक़ल पर बिचार किये बिना हर तरह के बालक को प्राथमिकता दी जायेगी. छात्र केवल मात्र भर ही रह गए हैं लेकिन अब वह भी सब नदारद रहते है. नीलम जी हर खता को नज़र-अंदाज़ कर देंगीं जब वह परिणाम घोषित करेंगी, यह भी मैंने कहा था जहाँ तक मुझे याद पड़ता है. फिर भी कोई असर नहीं दिखता है.
नीलम जी, मैं...मैं..मैं..भी अब जाकर गोलगप्पे खाकर और होम वर्क करके आती हूँ. तब तक शायद सब छात्र आ चुके होंगें और सबने उत्तर भी लिख लिए होंगे. आचार्य जी के आने के पहली ही खिसक लूँ तो उत्तम रहेगा.
कक्षा-moni-टर्र
वाह वाह ! नीलम जी, इस बार तो आपका क्या कहना इस बार आपने अपनी पूरी जिम्मेदारी राघव जी पर डाल दी है.... और राघव जी को पहेलियाँ पूछते समय शायद बहुत भूख लगी होगी तभी ८वे नंबर की पहेली पूछना भूल गए और इस बार लगता है कोईभी विधार्थी उत्तर नहीं दे रहा है..... नीलम जी आप क्या कम थे दिमाग में कुस्ती करवाने के लिए जो इस बार राघव जी को भी आपने साथ शामिल कर लिया आपने...... अब आप दोनों मिलकर ना जाने कैसा कहर डायेगे हमारे दिमाग पर.......वैसे राघव जी आपकी बहुत तारीफ़ करनी पड़ेगी...सच में इस बार क्या तो पहेलियाँ पूछी है आपने कसम से मजा आ गया.... कल सुबह कुछ बादाम खाकर ही पहेलियों के उत्तर देने होगे ताकि कुछ तो सही उत्तर दे पाए...इसी के साथ अलविदा लेते है शुभ रात्रि....
मुझे अति प्रसन्नता है बताते हुए कि यह सब जबाब देने में मैंने अपनी ही अकल का इस्तेमाल किया है. अब अगर कोई नक़ल करता है तो इसमें मेरी अकल को कोई दोष मत देना, please. ओहो! आज तो dreamer जी ने भी हाजिरी दी है अपने मीठे सपनो की दुनिया से बाहर निकलकर. अहो भाग्य!
१. ----
२. दवा
३. बैंक?
४. नींद
५. ----
६. फूल-बाग़
७. मासी
८. सवाल ही गायब?
९. कढ़ाई
१०. चमगादड़?
११. खुर
''रघुपति राघव राजाराम, कल क्या निकलेगा परिणाम?''
आप सबके इन्तजार में आपकी ही
कक्षा-monitarr
ये क्या एक विषय का प्रश्नपत्र २ टीचर मिलकर बना रहे हैं...और हमें नक़ल करने पर सजा से भी डरा रहे है....यूँ .छोटे-२ बच्चो पर ज़ुल्म ढा रहे हैं......क्लास २ के बच्चों को ५ का प्रश्पत्र पकडा रहे है........
राघव तुमने सब गड़बड़ कर दी ,हमने कहा था ,कि पहेलियों की संख्या पांच रखना ,अब इतना उत्साह भी किस काम का कि सब रो रहें हैं ,किसी को बादाम याद आ रहें हैं किसी (नीति )रुलाई भी फूटी पड़ रही है कि नक़ल करे तो किस की??????ऐसा करते हैं किसी भी पांच पहेली के उत्तर देने पर खिताब का अधिकारी तो होगा ही ,तो हम आप सब को बता दे कि आराम से इत्मीनान से जवाब ढूंढो और उत्तर अगले रविवार तक दिए जायेंगे ,तो फिर पांच -पांच के क्रम से पहेली के जवाब देने कि कोशिश तो करो ,किसी ने ठीक ही कहा है कि बुलंद हौसले ही मंजिल ( पहेली)का पता
देते हैं ,तो अलविदा शुभ रात्रि ,
( मिलते हैं अगले रविवार को पहेली के जवाब के साथ तब तक ढूँढिये और ढूंढते ही रहिये ,आखिर पहेलियाँ बनी हैं तो जवाब भी होंगे ही |)
फिलहाल तो नींद के अलावा कोई भी जवाब देने की हालत में नहीं हूँ,,,,
नीलम जी का बहुत बहुत शुक्रिया,
दिमाग एकदम से सारी टेंशन से बाहर हो गया है,,,,,,
खुद को रस्सी एक हाथ से थामे और दुसरे से टोपी संभाले ,,,,,कल्पना कर के ही हंसी आ गयी,,,,,शायद यही हालत है फिलहाल तो,,,,,( वो भी तीन तीन जगह,,,),,,,
अगर ऊपर वाले ने सौ हाथ दिए होते तो वाकई पचास से इस वक्त रस्सी थामी होती और बाकी के पचास से टोपी संभाल रहा होता,,,,,,
पर यहाँ कमेंट करना भी जरूरी समझता हूँ,,,,,,
यहाँ बल उद्यान पर आना टोनिक जैसा है मेरे लिए,,,,,
बाकी बाहर से बुलाए गए परीक्षक जी ने वाकई बहुत म्हणत से तैयार किया है प्रशन्पत्र ,,,,, सही कहा नीति जी ने ,,,,,,
क्या timing है,,, 7th coment se 8th par aa gaye ham to,,,
नीलम जी,,,
पांच पहेलियों में ( ८ ) वीं पहेली भी है न,,,,,,?
बच्चो आठवी पहेली 'गुप्त' पहेली है.. अकल लडाओं...
हिंट : आठवी पहेली में किसी अन्य पहेली का उत्तर भी छिपा है..
इन दीज पहेलीज,मोस्ट ऑफ आंस्वर्स यू विल फाइंड ।
सो कीप योर आइज फोकस्ड एंड कंसंट्रेट योर माइंड ॥
1. सपुस्तक प्रणाली का प्रश्नपत्र पहेली प्रारूप है, इसलिये धैर्य रखें.
2. प्रथम प्रश्न पहेली से प्रारम्भ करें और अंत तक करते जायें
3. जो प्रश्न पहेली नहीं आती हों उस पर समय नष्ट ना करें.
4. गलत उत्तर अन्य परीक्षार्थियों को भ्रमित कर सकता है.
- सी सी टी वी से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ लोग परीक्षा व्यवस्थापकों को कोसने पर लगे हैं एवं कुछ इधर उधर तांक-झांक में संलिप्त देखे गये हैं..
ऐसी स्थिती में उत्तर पुस्तिका का पुनः मूल्यांकन किया जा सकता है..
पुनः
"डोंट टेक रेस्ट ... ऑल द बेस्ट"
बा.उ.दि.क.बोर्ड.
(दिल्ली)
फिलहाल जिसकी लाठी उसकी भैस....मेरी पहेली नंबर ११- का जबाब लाठी है...और यही जबाब राघव जी की गुप्त पहेली नंबर ८- का जबाव भी है...तो फ़िलहाल मुझे ३ पहेलियों के जबाव मालूम पड़े है ये अकल से दिए जबाव है,नक़ल से नहीं....पहेली ४- नीद...........८--लाठी( राघव जी की हिंट के अनुसार ) ११.......लाठी.....और दिमाग के घोडे अभी आराम कर रहे है,,उन्हें जगाकर बाकी जबाव देने की कोशिश करती हूँ...... मास्टर जी देखते रहिये कोई मेरी नक़ल न करे..............
कक्षा के साथिओं,
सुन के टर्र-टर्र सबकी कर लो अब अपने मन की
ध्यान न दो किसी बात पर देने दो सबको धमकी
इधर-उधर की बातों में अब समय करो ना व्यर्थ
नक़ल करन में हरज नहीं यदि ढूंढ सको ना अर्थ
जोर अधिक न दो बुद्धि पर फिर कहीं हो गयी भ्रष्ट
तांक-झांक करते रहो ना उसमें होगा फिर कष्ट
वर्ना हफ्ते भर तक जबाब ही ढूंढते रह जाओगे
और result के आने पर कोई खिताब ना पाओगे
किसी दूसरे के उत्तर से अपना भी उत्तर match करो
काहे को पुस्तक खरीदकर अपने पैसे व्यर्थ करो.
नीलम जी कुछ अता पता दे दीजिये
बस दो के ही जवाब आरहे हैं .
बहुत कठिन है
रचना जी,
नीलम जी को खुद कुछ अता पता हो तो दें ना,,,,,,
अब के प्रश्न बाहर से आया है,,,,,और लगता है के सभी का नाम आने वाला है होर्डिंग पर,,,,
कुछ लोग (मनु जी) दिमाग की बत्ती गुल होने का बहाना करते हैं कई बार. इसी तरह का case मेरे भी साथ हुआ. लेकिन मेरे दिमाग की बत्ती dim हो गयी थी जब मैं पहेलियों के जबाब दे रही थी इसीलिए कुछ उत्तर दिमाग में प्रवेश नहीं कर पाये. औरों के लिए क्या कह सकती हूँ जब अपना यह हाल है. अब तो बस खुदा खैर करे. वैसे नीलम जी और राघव जी कहाँ खिसक जाते हैं पहेलियों की रेल को धक्का देकर? पहेलियों को सुलझाने के chakkar में सब लोग अपने-अपने सिर खुजा के परेशान हो रहे हैं.
१.ड्ण्डा
२.दवाई
३.मंहगाई
४.नींद
५.शान्ति
६.बुद्धिमान
७. वो पत्थर जिस पर बादाम वगैरह घिसे जाते हैं (नाम नहीं पता )
८.शान्ति
१०. कलम
११. नो आईडिया
मनु जी आप ठीक कह रहें हैं बोर्ड की परीक्षा है न इसी लिए प्रश्न पत्र बाहर से आया है .
४ का उत्तर नीद
११ डंडा
९ लौकी है क्या (पैर पे गिरी कुल्हाडी यानि यदि की काट दें तो लौ बन जाता है यही समझ आया है )
१ का उत्तर बाइस्कोप तो नहीं जो दूर दूर तक जाता है जब आने का शोर मचता है बच्चे उसमे बने गोल छेद में से देखते हैं पता नहीं जितनी समझ थी सारी लगा दी
अभी तो यही आया है बाकि जब आयेगा तो बतौंगी
रचना
बडे ही नालायक बच्चें है इस सत्र में.. कोई दिमाग पर जोर डालना ही नही चाहता हैं. जबकि बहुत सारी पहेलियों के जवाब सम्बन्धित शब्द खुद पहेली अन्दर या अन्य किसी पहेली के अन्दर निहित है..
करो एक बार फिर कोशिश...
कम-ऑन किड्स
यू आर किडिंग राघव जी,
किसी भी उम्र के बच्चों की अकल पर कोई असर नहीं हो रहा है, क्योंकि आपने प्रश्न ही काफी अटपटे रखे हैं. मैं खुद भी confused हूँ, फिर भी एक और try करती हूँ, और अपने अकल के घोड़े फिर से दौड़ाने की कोशिश कर रही हूँ.
१. गुरु जी का बेंत, या फिर बिजली की गर्जना
२. दवा
३. purse(बटुआ)
४. नींद
५. धूप
६. फूल-बाग़
७. मासी
८. अंध-कूप
९. लोहे की कढ़ाई
१०. रोशनी
११. मेरे ख्याल से रामू की दादी, जो अपनी भैंस चराने खुद ले जाती थी,
या फिर सीमा जी का no eye deer हो सकता है जो शायद भैंस को ले जाता हो हर गली मोहल्ले में घुमाते हुए चराने के वास्ते.
अभी तो बहुतेरे दिन पड़े हिन्,,,,
अपनी नींद तो पक्की है ही,,,,,( अगर चीटिंग नहीं हुई तो ,,,)
बाकी लास्ट में जिस का काम ज्यादा सही लगा उसी को टीप देंगे,,,,,
अगर नेट उपलब्ध हुआ तो....( रिस्क तो है ही,,,)
मैं दुबारा कोशिश कर कुछ घोडे जगाने में कामयाब हुई.... फिर भी कुछ कुम्भकरण की नीद में है...जो जागे उनके उतार इस प्रकार है ...१---रेलगाडी २---दवाई ३---४----नीद-----५-----६------फूलबाग(नक़ल की) ७-----८----लाठी ( राघव जी की गुप्त पहेली का जवाब,उनके दिए हिंट के अनुसार) ९------ झरिया १०-------११-----लाठी ( जिसकी लाठी उसकी भैस) शायद अब प्रथम आ जाऊ....मैंने बहुत मेहनत जो की जवाब ढूढने में ......अब तो भूख भी लग आई है,,, दिमाग के घोडे जो जगा दिए ......ठीक लंच के बात मिलेगे......क्या आज सुमित जी क्लास में अभी तक नहीं आये क्या पिछली बार नक़ल की थी????
नीलम जी और राघव जी, इस बार आप दोनों ने अपने विद्यार्थियों पर कैसा कहर डाया है कि सारे विद्यार्थी सोच में पर गए है लेकिन इस बार तो कहना ही पड़ेगा कि इस बार राघव जी या तो हम सबसे नाराज है या हम सब को परीशा में फेल करने का विचार बनाये बैठे है और चाहे नीति जी कितने भी घोड़े दौड़ा ले या मानु जी कितनी भी नींद ले ले हम कितने भी बादाम खा ले उत्तर तो सबको परेशान किये हुए है हमारे उत्तर भी कुछ गिने चुने है बस आशा यही है कि पास होने जितने नंबर तो आ जाए.....
१ रेलगाड़ी
२ दवाई की बोतल
३ ......
४ तेज हवा, नींद
५ .........
६ फूल भाग
७ .......
९ कड़ाई
१० कलम
११ लाठी
टीचर टीचर हमे पास केर दीजियेगा प्लीस ....
हा ,हा हा ,हा ,ही, ही ,ही ,
राघव जी आप सबसे बेहद नाराज हैं ,मान ही नहीं रहे हैं ,
पूरी कक्षा को अनुतीर्ण करने का मन बना रहे है शायद सही हल सोमवार तक ही प्रेषित करें ,तो फिर इन्तजार कीजिये सोमवार तक ,और दूसरी पहेली आप को कल मिल जायेंगी तब तक के
लिए ,अलविदा दोस्तों
जलदी-जलदी मे मेरे जवाब कुछ उलटे-पुलटे हो गए | मास्टर जी अब पास कर दोगे न |
१.डण्डा / रेलगाडी
२.दवा
३.मंहगाई
४.नींद/ पैसा / धन/माया
५.शान्ति/चुप
६.सुराही
७.लौकी /अक्ल दौडाना
८.चुप/शान्ति/मौन
९.पत्थर
१०.कलम
११.खुशबू
सीमा सचदेव said...
जलदी-जलदी मे मेरे जवाब कुछ उलटे-पुलटे हो गए | मास्टर जी अब पास कर दोगे न |
१.डण्डा / रेलगाडी
२.दवा
३.मंहगाई
४.नींद/ पैसा / धन/माया
५.शान्ति/चुप
६.सुराही
७.लौकी /अक्ल दौडाना
८.चुप/शान्ति/मौन
९.पत्थर
१०.कलम
११.खुशबू
ये वाला ही है मेरा भी उत्तर,,,,,
११ पहेलियों के १९ जवाब हैं...इससे बेहतर कुछ नहीं.....
अगर अब भी कोई तुक्का फिट ना हो तो अगली बार से परीक्षक जी को ही बदल दीजियेगा.....
हे बाल उद्यान के नियंत्रकों......
मनु
मनु
मनु...
Well done!! Manu ji,
हर दिन घिसो दिमाग तो, उस पर पड़त निसान
करत-करत हर दिन नक़ल, मनु को आया ज्ञान.
Manu ji की जय हो!
आपने पहेलियों के उत्तर किसी तरह से देने का कष्ट किया, राघव जी और नीलम जी बहुत खुश होंगें.
इस कुंडलिनी के बारे में कुछ कहिये मनु जी, please. कोई सुधरने की गुंजाइश हो तो उपकार करने की कृपा करें. (दिमाग लगाने की जरूरत तो होगी ही). उसके लिए आभार.
हर दिन घिसो दिमाग को, खोल के रखो कान.
करत-करत अभ्यास से, मिलत नक़ल का ज्ञान
मिलत नक़ल का ज्ञान, तो टीप नक़ल शान से
कुछ भी कोई कहे, न सुने उसे ध्यान से
सुन 'शन्नो' की बात, सीख लो मनु से भैया
लगे नक़ल से पार, आज कल सब की नैया.
कापी जमा करने का टाइम आ गया मैं भी जल्दी से अपने जवाब लिख दूँ ! हो सकता है गलती से ही सही कोई जवाब सही निकल जाए और अच्छे नंबर मिलजाए...१- रेलगाडी ....२-दवाई / धुप.....३-गुल्लक ......४- नींद .....५-मठ../.....६- फूलबाग ......७-.......८-लाठी ......९ झरिया./ कढाई......१०-कलम.......११-लाठी .....ओह !!!!शायद पास लायक नंबर आ जाए??? ये बोर्ड की परीक्षा भी न., खाना पीना मुश्किल कर देती है...और इतनी सारी टेंशन,,,,,ओफ्फ्फ्फ़
हलक में जान अटकी पड़ी है अपनी तो और आपको दोहे...कुंडली.. सोरठे सूझ रहे हैं.. शन्नो जी...?
अब तो संडे भी गया अब तो बता दो के क्या मैं प्रथम आया हूँ या द्वितीय .....?
इस से कम तो आने का खैर सवाल ही पैदा नहीं होता,,,..
अरे वाह मनु जी ,
मुझे तो पता ही नहीं था -हमारे दिमाग का स्टैण्डर्ड एक सा है ।
तो फ़िर परीक्षक जी को तो बडी मुश्किल आने वाली है , भला दो लोग फ़र्स्ट कैसे आ सकते हैं :::::)))))
आप तो सोचिए भी मत क्योंकि फ़र्स्ट तो मुझे ही आना है , अगर शन्नो जी और नीति जी की किरपा रहेगी तो ।
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)