बाल-दिवस पर हमारी सौगात
हिन्द-युग्म अपनी कटिबद्धता के मुताबिक हिन्दी के एक-एक क्षेत्र में प्रयास करता जा रहा है। इंटरनेट पर हिन्दी में बालोपयोगी सामग्री की अनुपब्धलता को देखते हुए हमने जुलाई २००७ से बाल-उद्यान की शुरूआत की। बहुत जल्द ही हमें अध्यापकों व छात्रों से अच्छी प्रतिक्रियाएँ मिलने लगीं। हमारा मनोबल बढ़ा।
सुनीता यादव के सहयोग से औरंगाबाद और उसके आस-पास के विद्यालयों, हिन्दी-आयोजनों में हम पहचाने जाने लगे।
कुछ-एक बच्चों की रचनाएँ भी हमें प्राप्त हुईं।
आज बाल दिवस है, तो फ़िर बच्चों को प्रोत्साहित करने का इससे बेहतर अवसर और क्या हो सकता है!
अतः हमारे निर्णायकों ने प्रतिभागी बाल साहित्यकारों में से रौनक पारेख को हिन्द-युग्म बाल रचनाकार २००७ के पुरस्कार से नवाजने का फैसला किया है। इनकी कविता 'मेरे सपनों का भारत' को श्रेष्ठ मानते हुए पुरस्कार स्वरूप कुछ पुस्तकें व प्रशस्ति-पत्र भेंट करते हैं। रौनक पारेख एस. बी. ओ. ए. पब्लिक स्कूल, औरंगाबाद, महाराष्ट्र में दसवीं कक्षा के विद्यार्थी हैं।
बच्चों तक हमारी पहुँच बनाने में आदरणीय सुनीता यादव जी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए हम इन्हें आभार-सुमन स्वरूप प्रशस्ति-पत्र प्रदान करते हैं। कृपया स्वीकारें।
सभी को बाल-दिवस की बधाइयाँ..

आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
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तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
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बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
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13 पाठकों का कहना है :
बाल- दिवस की सभी बच्चों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ । बहुत गर्व की बात है कि आज के शुभ दिन प्रिय रौनक और सुनीता जी को बहुत-बहुत बधाई ।
बालदिवस के अवसर पर बाल उद्यान की ओर से चि॰ रौनक एवं सुनीता जी के योगदान को मान, निःसन्देह सराहनीय प्रयास है. मेरी ओर से आप दोनों का हार्दिक अभिनन्दन एवं बधाई
बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएँ और आप दोनों को .!!
congratulations!!
Congratulations Sunitaji....and three cheers to yugm team
पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन बाल दिवस के रूप मे मनाया जाता है. चाचा नेहरू को बच्चो से बेहद प्यार था ओर वे बच्चो मे भारत का सुनहरा भविष्य देखा करते थे | इस अवसर पर हिंदी युग्म बाल उदयान द्वारा प्रतियोगिता आयोजित कर सराहनीय कार्य किया है जिसके लिए हिंदी युग्म सराहना का पत्र है | विजेता बंधुओ को मेरी ओर से बहुत बहुत शुभकामना |
नन्हें बाल कवि रौनक को सम्मानित किये जाने पर हार्दिक बधाई। आशा है भविष्य में भी इसी प्रकार सुनीता यादव जी एवं अन्य लोगों की मदद से अन्य बच्चों की रचनाएं उद्यान पर पढने को मिलती रहेंगी।
सुनीता जी तथा प्रिय रौनक को बहुत बहुत शुभकामनायें!
सुनीता यादव जी और प्रिय रौनक को उनके सराहनीय उपलब्धि के लिये बहुत बहुत बधाई... आशा है आप भविष्य में भी हिन्द युग्म से इसी प्रकार जुडे रहेंगे और अपना सहयोगे देते रहेंगे.
प्रिय रोनक को बहुत बहुत बधाई व सुनीता जी के विशिष्ट योगदान के लिये बधाई व हर्दिक अभिनन्दन
बाल- दिवस की सभी बच्चों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।
बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएँ और आप दोनों को।
आशा है आपको देख कर और बच्चे आगे आयेगे।
सुनीता जी को एक सच्चे शिक्षक होने के नाते और अपने छात्रों की रचनात्मकता के लिये समर्पित रहने के लिये बहुत साधुवाद। रौनक को इस पुरस्कार की बधाई।
*** राजीव रंजन प्रसाद
सुनीता जी व रौनक जी,
दोनों को ढ़ेरों बधाइयाँ।
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