Sunday, November 25, 2007

आओ बच्चो हम हवा-चक्री बनाना सीखें

हवा चक्री बनाने के लिये हमें जिन चीजों की आवश्यकता होगी वह हैं.... एक आल पिन, एक चौकोर कागज, एक कैंची और एक लकडी की डंडी (पेड की पतली टहनी का टुकडा).

सबसे पहले एक कागज का चौकोर टुकडा ले.. (चित्र एक)

इसे दो बार फ़ोल्ड करें ताकी यह चार हिस्सों में बंट जाये.... (चित्र दो और तीन)


अब कैंची की सहायता से पेपर को चारों कोनो से इस तरह काटें कि वह बीच तक न कटे और हमे पिन करने की जगह मिल जाये. (चित्र चार और पांच).


इसके बाद चारों कोनों को जिन्हे लाल रंग से दर्शाया गया है (चित्र छ:) मोड कर बीच तक ले आयें (चित्र सात).


अब एक आल पिन ले कर मोडे हुये चारों कोनो को बीधं कर पिन को पीछे की तरफ़ निकाल दें जहां एक छोटे से सुराख में से एक लकडी की डंडी को पिन से जोड दें. लीजिये हो गई आप की हवा-चक्री तैयार(चित्र आठ). जब आप इसे किसी पंखे या हवा के सामने करेंगे तो ये भी पंखे की तरह से तेजी से घूमेगी.


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5 पाठकों का कहना है :

शोभा का कहना है कि -

मोहिन्दर जी
चक्री बनाना मैने भी सीख लिया। बढिया है।

रंजू भाटिया का कहना है कि -

बहुत अच्छी लगी यह हवा चक्री:)

राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि -

यह मजेदार है। लेमिन बहुत कागज फडवा दिये आपने :) बेटी को सिखा कर फाईलों की शामत ला दी है मैनें। मनोरंजन है और यह स्तंभ आपके प्रयासों से उत्तरोत्तर रोचक होता जा रहा है। बधाई।

*** राजीव रंजन प्रसाद

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

बिन बिजली पंखा मिला
वही देत वही खात..
न्यूटन जैसे नियम की
और एक सौगात..
बच्चों तुम्हरे हेतु सब
मोहिन्दर जी भ्रात.
कारनामे करते नये
लगे रहत दिन-रात

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

मैंने भी बना ली।

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