मेरा भारत है महान
पूरब से निकला सूरज कर दे
सब रोशन जहान
पूरब से ही उगता तारा
कराये सबको दिशा ज्ञान
मेरा भारत है महान
सब रोशन जहान
पूरब से ही उगता तारा
कराये सबको दिशा ज्ञान
मेरा भारत है महान
शोर मचाते काले बदरा
पूरब से ही तो आते हैं
गीता और रामायण के पाठ भी
पूरब के ही गुण गाते हैं
मिला सभी दुनिया को ही
यहीं से संस्कृति सभ्यता महान
मेरा भारत है सबकी शान
पूरब से ही तो आते हैं
गीता और रामायण के पाठ भी
पूरब के ही गुण गाते हैं
मिला सभी दुनिया को ही
यहीं से संस्कृति सभ्यता महान
मेरा भारत है सबकी शान
दिया सभी जगत को इसने
शून्य और अंक का ज्ञान
खिली हर भाषा हर जुबान में
यही तो है हर त्योहार का मान
मेरा भारत है महान !!
शून्य और अंक का ज्ञान
खिली हर भाषा हर जुबान में
यही तो है हर त्योहार का मान
मेरा भारत है महान !!
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8 पाठकों का कहना है :
सुन्दर रचना है\बधाई।
रंजु जी,
भारत के महानता की जितनी तारीफ की जाये कम है।
बहुत सुंदर कविता
भारत की महत्ता और गुणगाण करती यह बाल-कविता अच्छी बन पडी है। बधाई।
*** राजीव रंजन प्रसाद
क्या कहना ! अति सुंदर
भारत की बडी तस्वीर,
मेरी तकदीर
'राघव', भाग्यवान है..
संसकृति का सागर
ज्ञान गागर
मेरा भारत महान है..
-जय हिन्द - जय हिन्दी
रंजू जी बधाई
सुंदर
Avaneesh tiwaree
रंजू जी....
आज की युवा पीढी को इन सब बातों की जानकारी होना बहुत हीं आवश्यक है। आपने भारत की जो महत्ता बताई है , इसके लिए आप काबिल-ए-तारीफ हैं।
बधाई!
-विश्व दीपक 'तन्हा'
अच्छी कविता
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