बाल-उद्यान ने किया स्मृति लेखन और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन
जैसे ही ग्रमियाँ शुरू होती हैं पूरी दुनिया में बच्चों के लिए समर-कैम्प शुरू हो जाते हैं। समर कैम्प में अलग-अलग स्कूल के विद्यार्थी भाग लेते हैं। समर कैम्प में बच्चों को मनोरंजन के माध्यम से शिक्षा दी जाती है जिसके अंतर्गत कम्प्यूटर, ड्रॉइंग, डान्स, सिरेमिक/ग्लास पेंटिंग, योग, क्रियेटिव आर्ट्स, पिकनिक, क्विज़, मेंहदी, स्केटिंग, तैराकी तथा विभिन्न प्रकार के इनडोर/आऊटडोर खेल आदि सिखाए जाते हैं। प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। तो मैंने यानी सुनीता यादव ने सोचा कि क्यों ना बाल-उद्यान की तरफ से भी कुछ मनोरंजन हो जाय। 21 अप्रैल को निकल पड़ी प्रतियोगिता आयोजित करने। 21 तारीख और 22 तारीख को जा पहुँची 'किड्स इट्स वर्ल्ड', शावलिन अकेडमी एवम् रवि जयसवाल जी के द्वारा आयोजित अलग-अलग समर कैम्प में।
शावलिन अकेडमी ग्रुप:-
KIDS I . T . WORLD EDUCATION GROUP :-
21 तारीख को पहुँची KIDS I . T . WORLD EDUCATION GROUP में और मिली निदेशक और आयोजक श्री इरफ़ान रौफ से जिन्होंने पिछले 7 सालों से समर कैम्प बड़ी सफलतापूर्वक आयोजित करते आये हैं और ये उनका आठवाँ साल है। जब बाल-उद्यान के बारे में उन्हें बताया गया, वे सहर्ष तैयार हो गये। मैं बहुत आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे अमूल्य समय देकर अनुग्रहित किया। बच्चों के साथ मैंने अच्छा समय बिताया। जैसे गिनती के खेल में बड़ा मज़ा आया। जैसे 1,2 गाय, 4, 5 बैल, 7,8,9,10, 11, 12, ........1 गाय,.......1 बैल.....2 गाय, 24, 25, 2 बैल....गाय शून्य, गाय 1, गाय 2,,,,गाय बैल... हा, हा! सच में बहुत मज़ा आया। जो भूल रहा था वो आऊट, ये तो खेल रही थी पर नन्हे बच्चों के आदेश का पालन तुरंत कैसे किया जाय, इस पर प्रतियोगिता आयोजित किया स्मृति शक्ति की जाँच के लिए, और वे बहुत ही आनंदित और मगन होकर खेल रहे थे। बड़े बच्चों के लिए ड्रॉयिंग प्रतियोगिता रखा जिसमें मैंने और राजीव ने मिलकर कुछ पंक्तियाँ बनाये थे उम्र-वर्ग के हिसाब से, उन्हें दे दी गईं, वे उसपर चित्र बनाये और उन्हें पुरस्कार स्वरूप बाल-उद्यान (हिन्द-युग्म) की तरफ से कैमल ऑयल पेस्टल्स, 24ड्स स्केचपेन और नन्हे-मुन्नों के लिए 12 शेड्स स्केच पेन दिये गये। उन्हें बाल-उद्यान के बारे में जानकारी दी गई। और इरफान सर ने भी बहुत प्रोत्साहित किया। आदेश पालन समृति खेल में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पर आने वाले बच्चों के नाम हैं-
काव्य-पंक्तियों को पढ़कर चित्र बनाने वालों में-
इन्हीं बच्चों द्वारा पेंटिंगें-
कुछ झलकियाँ और-
शावलिन अकेडमी ग्रुप :-
KIDS I . T . WORLD EDUCATION GROUP :-
प्रस्तुतकर्ता- सुनीता यादव
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9 पाठकों का कहना है :
बाप रे बाप सुनीता जी क्या मजे किए है आपने ? कुछ जलने की बू आ रही है :(|काश ! मैं भी आपके साथ होती तो.....तो बच्चो को खूब कहानियां सुनाती |बच्चे मन के सच्चे ,जितने प्यारे बच्चे उतनी ही प्यारी तस्वीरे | अगली बार जब आप जाए तो हमे बुलाना मत भूलना :)) ......सीमा सचदेव
बहुत ही सुंदर और अच्छा काम किया है जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है सुनीता जी और खूब बच्चो के साथ आपने भी एन्जॉय किया यह दिख रहा है ..भविष्य में ऐसे की कार्यो की शुभकामना के लिए
रंजू
सुनीता जी,
आप की सोच, आप की कर्मठता और लग्न को नमन. हिन्द युग्म को ऐसे ही प्रयासों की आवश्यकता है
बहुत अच्छा कम किया है अपने सुनीता जी ,
आपकी लगन और उर्जा के तो क्या कहने !! Hats off to you .
पुणे मैं महाराष्ट्र भाषा सभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तो आपके प्रयास से ही हिंद युग्म को स्थान मिला ....
आशा करता हूँ आप भविष्य में भी हिंद युग्म के लिए यूं ही बढ़िया काम करते रहेंगे |
दिव्य प्रकाश
सीमाजी
आपने बहुत अच्छा काम किया है। बहुत-बहुत बधाई।
सुनीता जी,
बहुत बढ़िया काम किया है आपने. बधाई.
अत्यंत सराहनीय काम हैं.. कोटिश: नमन कर्मठता को,
बहुत अच्छी बोलती तस्वीरें, बच्चा बना दिया
जमीनी स्तर के जितने आयोजन आप अपने बूते कर दिया है, उतना कोई टीम भी नहीं कर सकती। बहुत बढ़िया। यह क्रम ज़ारी रहे।
सुनीता जी ,
अति उत्तम , आप हिंद युग्म के प्रयासों को बल दे रही हैं , लगता है, " हिन्दी को खून चाहिए" की कविता को सार्थक कर रही हैं , बहुत बहुत बधाई .
^^पूजा अनिल
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