क्या आप जानते हैं?
ओस क्यों पड़ती है?
प्यारे बच्चो,
जैसाकि तुम्हें पता है कि सूरज की गर्मी से तालाब, नदी और झीलों का पानी भाप बनकर उड़ता है और
हवा में मिल जाता है। इससे हवा में पानी के भाप की मात्रा बढ़ जाती है। सूरज छिपने पर पृथ्वी दिन भर की ली हुई
गर्मी खोने लगती है और ठंडी होने लगती है। पृथ्वी से लगी होने के कारण हवा भी ठंडी होने लगती है और अंत में इतनी ठंडी हो जाती है कि वह सब भाप को नहीं रख सकती, पानी की बूंदों की शक्ल में बदल जाती है और पत्तों पर, घास पर और खुली हुई जगहों पर जम जाती है। यही ओस कहलाती है।
बच्चो, तुमने देखा होगा कि जिस दिन आसमान में खूब बादल छाए होते हैं उस दिन ओस नहीं गिरती।
इसका कारण जानते हो? बादलों के छाए होने के कारण धरती की गर्मी आकाश में ऊंचे नहीं जा पाती और बादलों
के नीचे-नीचे रहती है। इससे हवा ठंडी नहीं हो पाती और ओस नहीं पड़ती।

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7 पाठकों का कहना है :
नहीं नीलम जी हम नहीं जानते हैं कि आप क्या कहना चाहती हैं या हमसे जानना चाहती हैं. जरा स्पष्ट शब्दों में कहिये.
हम भी ज्यादा नही जानते थे,
रोचक जानकारी।
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SBAI TSALIIM
बहुत सुंदर
बहुत अच्छी जानकारी नीलम जी. धन्यबाद. उस समय केवल मुझे सवाल ही दिखा था.
मुझे भी लगा था के शायद पहेलियाँ पूछी जा रही हैं,,,
पर नहीं यहाँ तो ज्ञान दिया जा रहा है,,,,
इतना डिटेल में नहीं मालूम था,,
आपका धन्यवाद,,,,,,,,,,,,,,
अच्छॊ जानकारी..
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