पहेलियाँ हमारी, जवाब आपके
घर-घर में बजवाये ताली |
कान पे भिन्न -भिन्न करता ,
दानी से बाहर वो फिरता |
शान से राजा घर में बैठे ,
वैसे कभी न मुँह को खोले |
तनिक उमेठो उसके कान ,
तुंरत जागे ,झटपट बोले |
जब पैरों का संग पा जाती ,
मीलों तक सवार पहुंचती
ख़ुद चलने की बात करो तो ,
एक ठौर ही खड़ी रह जाती
न हूँ कैमरा ,नाही प्रेस ,
ज्यों का त्यों रूप धर देस |
फिर भी नहीं सजा नकल की,
खेल है पैसा और अकल की |
कपडा हो या माला हो ,
रिश्ता बड़ा निराला हो |
आज की आज की पहेलियाँ भी बहुत ही सरल हैं ,हाँ नीति बेटा एक बात ध्यान से कान खोलकर सुनलो ,सिर्फ ,सिर्फ शाबासी और तालियाँ मिलेगी सही प्रतिभागियों को इसके अलावा और कुछ नहीं ,ज्यादा चॉकलेट खाने से दांत खराब होंगे ही होंगे चाहे टूथपेस्ट कोई सा भी हो |इसलिए आज से नो चॉकलेट ,नो पिज्जा ,नो बर्गर is it ok. पहेलियों के सही जवाब देने वाले प्रतिभागी को शन्नो जी के गाँव की सैर करवाने ले चलेंगे हम ,तो फिर देर किस बात की जल्दी लिखिए जवाब आपके और पहेलियाँ हमेशा की तरह हमारी ही |
नीलम मिश्रा