देश को स्वर्ग बनाएँगे
देश को स्वर्ग बनाएँगे
नए साल में नई राह पर चलते जाएँगे,
नई सोच, संकल्प नया ले बढते जाएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे॥
हम सागर को मथने वाले देवों के संतान हैं,
अब अपने कदमों पर हम आकाश झुकाएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे॥
हम भारत पर मिटने वाले वीरों के अभिमान हैं,
अब हम अपने कर्मों से देश का मान बढाएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे ॥
हम नेहरु के प्यारे बच्चे गाँधी के अरमान हैं,
हम सत्य अहिंसा और शांति का संदेश सुनाएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे ॥
हम विपदाओं से लडने वाले देश के किसान हैं,
हम अपने श्रम बल से दुनिया खुशहाल बनाएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे ॥
जीने का अंदाज निराला यह अपनी पहचान है,
हम मानवता और विश्व शांति का गीत दोहराएँगे।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे ॥
नए साल में नई राह पर चलते जाएँगे,
नई सोच, संकल्प नया ले बढते जाएँगे ।
हम भारत के बच्चे देश को स्वर्ग बनाएँगे ॥
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हिन्दयुग्म के पाठकों को नववर्ष की शुभकामनाएँ!
डॉ. नंदन:- बचेली बस्तर (छ.ग.)

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