बाल-दोहावली
मात पिता गुरू को करे नित्य प्रातः प्रणाम
राघव जीवन सफल हो पाये उच्च मुकाम
ठंडे जल से प्रातः ही नित्य होय स्नान
चुस्ती फुर्ती राखि दिन रुग्णो मिले निदान
विद्यालय से बे-वजह अगर लिया अवकाश
छात्र पिछ्ड़ता काम में फिरे खोदता घास
गृह-कार्य आकर करे रोज रोज का रोज
राघव शत-प्रतिशत कहे मिटे मगज का बोझ
हरी सब्जियाँ दाल और पोषक ले आहार
ह्ष्ठ पुष्ठ तन में रहे बुद्धि की भरमार
बड़ों को दे सम्मान और छोटों को दे प्यार
सबके मन को जीतता सरस मधुर व्यवहार
अगर पढ़ाई वक्त पर और समय पर खेल
राघव निश्चय जानिये कभी न होगे फेल

आपको ककड़ी-खाना पसंद है ना! पढ़िए शन्नो आंटी की कविता
सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। इस मौसम में हम क्या भूत भी ठिठुरने लगते हैं।
क्या आपने कभी सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान की सैर की है? क्या कहा?- नहीं?
कोई बात नहीं, चलिए हम लेकर चलते हैं।
क्या आप जानते हैं- लिखने से आँखें जल्दी नहीं थकती, पढ़ने से थक जाती हैं क्यों?
अपने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम के बारे में रोचक बातें जानना चाहेंगे? बहुत आसान है। क्लिक कीजिए।
तस्वीरों में देखिए कि रोहिणी, नई दिल्ली के बच्चों ने गणतंत्र दिवस कैसे मनाया।
आपने बंदर और मगरमच्छ की कहानी सुनी होगी? क्या बोला! आपकी मम्मी ने नहीं सुनाई। कोई प्रॉब्लम नहीं। सीमा आंटी सुना रही हैं, वो भी कविता के रूप में।
एक बार क्या हुआ कि जंगल में एक बंदर ने दुकान खोली। क्या सोच रहे हैं? यही ना कि बंदर ने क्या-क्या बेचा होगा, कैसे-कैसे ग्राहक आये होंगे! हम भी यही सोच रहे हैं।
पहेलियों के साथ दिमागी कसरत करने का मन है? अरे वाह! आप तो बहुत बहुत बहादुर बच्चे निकले। ठीक है फिर बूझिए हमारी पहेलियाँ।
बच्चो,
मातृ दिवस (मदर्स डे) के अवसर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक पिटारा, जिसमें माँ से जुड़ी कहानियाँ हैं, कविताएँ हैं, पेंटिंग हैं, और बहुत कुछ-
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
5 पाठकों का कहना है :
राघव जी
बाल साहित्य लिखने में आप लाजवाब हैं । बहुत बढ़िया लिखा है । बधाई
बहुत ही प्यारी दोहावली रची है आपने राघव जी,बहुत अच्छे
आलोक सिंह "साहिल"
बहुत बढ़िया ....ला जवाब
सुनीता
हर दोहे में बच्चों के लिए एक संदेश है.
सभी दोहे बच्चों को जरुर पसंद आयेंगे.
और इन में दिए संदेश को वह आत्मसात भी करेंगे.
आप तो सभी रचनाएँ बहुत अच्छी लिखते हैं राघव जी-इस में कोई दो राय नहीं.
राघव जी
अच्छी कविता और बहुत अच्छी जानकारी
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)